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लाइफस्टाइल
पहले लोग केवल सिर पर छत चाहते थे लेकिन अब घर केवल जरूरत नहीं रह गई बल्कि घर की पसंदगी का नया ही ट्रेंड आ गया है, लोग अब घर नहीं बल्कि आलीशान लाइफस्टाल पसंद कर रहे हैं. घर की पसंदगी का ट्र्रेड खासकर नोएडा-ग्रेटर नोएडा में देखने को मिल रहा है.
वो समय अब पीछे छूट गया है जब घर खरीदते वक्त सिर्फ साइज, लोकेशन और कंस्ट्रक्शन क्वालिटी देखी जाती थी. आज के हाई-इनकम प्रोफेशनल्स के लिए घर सिर्फ रहने की जगह नहीं, बल्कि एक "लाइफस्टाइल पैकेज" बन चुका है. खासकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे इलाकों में लग्ज़री होम्स हेल्थ, वेलनेस और एंटरटेनमेंट के नए मानक गढ़ रहे हैं. यही कारण है डेवेलपर्स भी अब सिर्फ दीवारें नहीं बना रहे, बल्कि एक ऐसा संपूर्ण अनुभव तैयार कर रहे हैं, जिसमें हेल्थ, सिक्योरिटी, वेलनेस और सोशल स्टेटस सब कुछ शामिल हो.
होटल जैसी लग्जरी, अब हर प्रीमियम प्रोजेक्ट का हिस्सा
अब जो चीजें पहले सिर्फ फाइव-स्टार होटल या एक्सक्लूसिव क्लब्स में दिखती थीं, वो सुविधाएं आज हाई-एंड रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स का अभिन्न हिस्सा बन गई हैं. सोसायटी के अंदर ही डिपार्टमेंटल स्टोर से लेकर बैंक तक अब रखे जा रहे हैं. एक तरह से ये सोसायटी का पर्सनल मार्केट एरिया होता है. लोगों की पसंद अब 2 या 3 बीएचएके फ्लैट तक ही सीमित नहीं है वह अब घर से ज्यादा सोसायटी की लग्जरी और क्लास को देख रहे हैं.
तो चलिए जानें कि लोग की पसंद अब एक फ्लैट या विला लेने के लिए कैसी हो चुकी है और अब कैसे आशियाने को लोग पसंद करना चाहते हैं.
लग्जरी प्रोजेक्ट्स में क्या कुछ मिलने लगा है अब?
होलिस्टिक वेलनेस ज़ोन – योगा लॉन, मेडिटेशन डेक्स और हीलिंग गार्डन के साथ ही हर्बल गार्डेन तक अब लोगों को अपने घर के आसपास ही चाहिए. क्रेडाई वेस्ट यूपी के चेयरमैन दिनेश गुप्ता का कहना है कि अब रियल एस्टेट में सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि इनोवेटिव सोच के साथ वैल्यू ऐड किया जा रहा है. उपभोक्तओं की जरूरत के हिसाब से रियल एस्टेट में नए नए इनोवेशन हो रहे हैं, जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है.
फैमिली एंटरटेनमेंट इन-हाउस – मिनी थिएटर, गेमिंग लाउंज और म्यूजिक ज़ोन तक अब सोसायटीज में लोगों को चाहिए. ताकि मैच, कोई ईवेंट सब साथ एंजॉय कर सकें. रेनॉक्स ग्रुप के चेयरमैन शैलेंद्र शर्मा के मुताबिक, “अब खरीदार सिर्फ घर नहीं, एक अनुभव खरीदता है. ऐसे में लग्जरी घर के साथ बेहतरीन लाइफस्टाइल की मांग ने जन्म लिया है. यही कारण है कि बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए हम कुछ न कुछ नया बना रहे हैं”
गेस्ट सुइट – मेहमानों के लिए प्रीमियम गेस्ट हाउस भी अब सोसायटीज के अंदर बनने लगे हैं.
स्मार्ट फीचर्स और टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी – वॉयस कमांड होम, डिजिटल डोर लॉक और ऐप-बेस्ड सिक्योरिटी आदि लोग देख रहे हैं. डिलिजेंट बिल्डर्स के सीईओ ले. कर्नल अश्विनी नागपाल (रि.) बताते हैं, “आज का उपभोक्ता घर को अपनी पहचान मानता है. वह सुविधाएं, शांति और तकनीक सब कुछ बुनियादी तौर पर चाहता है.
हेल्थ जूस बार और फिटनेस एरिया – क्लबहाउस में कार्डियो जिम, स्केटिंग ट्रैक और टेबल टेनिस हॉल, कर्नल अश्विनी कहते हैं कि लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुके हेल्थ जूस बार, कैफे कॉर्नर और डायट काउंटर अब क्लबहाउस के जरूरी एलिमेंट्स हैं.
पेट फ्रेंडली और किड्स ज़ोन – डॉग पार्क, थीम बेस्ड प्ले एरिया और इंटरैक्टिव लाइब्रेरी आदि लोगों को सोसायटी में चाहिए. RG ग्रुप के डायरेक्टर हिमांशु गर्ग बताते हैं कि “आज खरीदार रेट नहीं, वैल्यू देखता है. वह जानना चाहता है कि उसके 1 करोड़ की इन्वेस्टमेंट में उसे क्या एक्स्ट्रा मिल रहा है.अब हर लग्जरी प्रोजेक्ट में स्विमिंग पूल, स्केटिंग ट्रैक, टेबल टेनिस हॉल और कार्डियो जिम अनिवार्य हो चुके हैं.
क्यों बदलने लगी है घर को लेकर लोगों की पसंद?
कोविड के बाद का बदलाव: लोग चाहते हैं उनकी सोसायटी के अंदर ही ऐसी सुविधाएं हों, उन्हें बाहर न जाना पड़े. इससे उनका समय और पैसा दोनों बचता है.
वर्क-लाइफ बैलेंस की जरूरत: घर अब साइलेंट रिट्रीट बन रहे हैं. ताकि घर और बाहर बैलेंस हो.
बड़े ब्रांड्स की एंट्री: रियल एस्टेट में कॉम्टिशन है और इसलिए सब एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट निकालते हैं
सोशल प्राइड फैक्टर: लग्ज़री अब केवल आराम नहीं, बल्कि एक स्टेटस सिम्बल भी बन चुका है.
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