Dark Lips Remedy: स्मोकिंग ही नहीं, शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी से भी हो जाते हैं होंठ काले
Tooth Pain: दांतों के दर्द को यूं ही न करें नजरअंदाज, पड़ सकते हैं लेने के देने, जानें कैसे?
Numerology: स्मार्ट और अट्रैक्टिव होते हैं इन मूलांक के लड़के, आसानी से जीत लेते हैं लड़कियों का दिल
Bigg Boss 19 Teaser: फुल स्वैग में लौटे सलमान खान, जानें कब-कहां शुरू होगा नया सीजन, नोट कर लें डेट
लाइफस्टाइल
अगर आपके पास व्यायाम के लिए समय नहीं है, तो आप खुद को फिट कैसे रख सकते हैं तो इसका जवाब माइक्रो-वॉकिंग है. यह चलने का एक आसान तरीका है, जिसके लिए आपको ज़्यादा समय या मेहनत की ज़रूरत नहीं होती.
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोगों के लिए व्यायाम के लिए समय निकालना मुश्किल होता जा रहा है. ऐसे में माइक्रो-वॉकिंग एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. दरअसल, यह व्यायाम करने का एक बेहद आसान और कारगर तरीका है जिसे आसानी से अपनी दिनचर्या में शामिल किया जा सकता है. माइक्रो वॉकिंग का मतलब है थोड़े-थोड़े अंतराल पर थोड़ी देर टहलना. इसमें लंबी दूरी या घंटों तक चलने की ज़रूरत नहीं होती, बल्कि दिन में कई बार 5-10 मिनट की छोटी-छोटी सैर शामिल होती है.
नियमित रूप से छोटी सैर करने से हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है. इससे रक्त संचार बढ़ता है और उच्च रक्तचाप व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
लगातार बैठे रहने से कैलोरी बर्न नहीं होती, लेकिन माइक्रो वॉकिंग मेटाबॉलिज़्म को सक्रिय रखती है. दिन में कई बार थोड़ी-थोड़ी देर टहलने से अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है, जिससे वज़न घटाने में मदद मिलती है.
पैदल चलने से एंडोर्फिन नामक हार्मोन निकलता है, जो तनाव और चिंता को कम करता है. थोड़ी देर पैदल चलने से आपका मूड अच्छा हो सकता है और आपकी एकाग्रता बढ़ सकती है.
लंबे समय तक बैठे रहने से पीठ दर्द, गर्दन में अकड़न और जोड़ों की समस्या हो सकती है. माइक्रो-वॉकिंग शरीर को सक्रिय रखकर इन समस्याओं से बचाती है.
थोड़ी देर टहलना रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है. भोजन के बाद 5-10 मिनट टहलने से ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
जिम जाने या लंबी सैर के लिए समय निकालने की ज़रूरत नहीं है. इसे दिन भर में छोटे-छोटे अंतरालों में आसानी से किया जा सकता है.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. इस पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.