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अमेरिका में हुई क्वाड देशों की बैठक में 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई. इस बैठक में समूह ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की.
अमेरिका के वॉशिंगटन में हुए चार देशों के समूह क्वाड ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की एक सुर में निंदा की. क्वाड की इस बैठक में शामिल चारों सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने इस घटना को निंदनीय बताया. अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में 1 जुलाई को हुई क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने हिस्सा लिया. बैठक में कहा गया कि सभी इसकी सभी प्रारूपों में निंदा करते हैं और आतंकवाद से निपटने में सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं. भारत के साथ कई देशों के सामने भी पाकिस्तान बेनकाब हो चुका है.
बयान में कहा गया, "हम आतंकवाद के हर रूप की निंदा करते हैं, जिसमें सीमा पार से होने वाला आतंकवाद भी शामिल है." "हम इस घिनौने काम को अंजाम देने वाले अपराधियों, साजिशकर्ताओं और उन्हें पैसा मुहैया कराने वालों को बिना देरी के कटघरे में लाने की मांग करते हैं." उन्होंने आगे कहा, "हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं."
Just finished a very productive meeting of Quad Foreign Ministers in Washington DC.
Discussed how to make Quad more focused and impactful on contemporary opportunities and challenges.
Today’s gathering will strengthen strategic stability in the Indo - Pacific and keep it free… pic.twitter.com/M9Vg5NaxMR
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 1, 2025
क्वाड के विदेश मंत्रियों के संयुक्त बयान में कहा गया कि हम, अमेरिका के विदेश मंत्री और ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्रियों ने एक जुलाई को वॉशिंगटन में मुलाकात की. इस दौरान हमने अधिक खुले इंडो पैसिफिक क्षेत्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई. हम कानून, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं.
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साझा बयान में कहा गया, "हम किसी भी ऐसी एकतरफा कार्रवाई का पुरजोर विरोध करते हैं, जो ताकत या दबाव के दम पर मौजूदा हालात को बदलने की कोशिश करती है." माना जा रहा है कि यह संदेश सीधे तौर पर चीन की आक्रामक नीतियों के लिए था, जो इस क्षेत्र में अपना दबदबा बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.
बयान में कहा गया कि इंडो पैसिफिक में चार प्रमुख समुद्री शक्तियों के तौर पर हमें विश्वास है कि समुद्री क्षेत्र में शांति और स्थिरता इस क्षेत्र की सुरक्षा और समृद्धि का आधार है. हम एक ऐसे क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां सभी देश दबाव से मुक्त हों और हम किसी भी एकतरफा कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध करते हैं जो बल या दबाव द्वारा यथास्थिति को बदलने का प्रयास करती हो.
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