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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन पाकिस्तान को भारत की सेना की लाइव लोकेशन दे रहा था, जबकि तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया कराए। सेना के डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने बताया कि यह खुलासा भारत के खिलाफ बन रही एक नई ‘एंटी-इंडिया धुरी’ की तरफ इशारा करता है.
हाल ही में डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (कैपेबिलिटी डेवलपमेंट एंड सस्टेनेंस) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़े कई अहम खुलासे किए. उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन पाहलगाम हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्करएतैयबा के फ्रंट The Resistance Front (TRF) ने ली थी.
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने ये भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन पाकिस्तान को भारत की तैनाती की लाइव जानकारी दे रहा था, जबकि तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया कराए. उन्होंने कहा, DGMO स्तर की बातचीत के दौरान पाकिस्तान को चीन से भारत की लाइव लोकेशन मिल रही थी. यह खुलासा दिखाता है कि भारत के खिलाफ एक नई अंतरराष्ट्रीय धुरी बन रही है जिसमें पाकिस्तान, चीन और तुर्की शामिल हैं.
ऑपरेशन सिंदूर की योजना उच्च तकनीकी और खुफिया जानकारियों पर आधारित थी. जनरल सिंह ने बताया कि कुल 21 लक्ष्यों की पहचान की गई थी, जिनमें से 9 को निशाना बनाना उचित समझा गया. अंतिम फैसला ऑपरेशन से कुछ घंटे पहले ही लिया गया. ये मिशन त्रिसेनाओं (थल, वायु और नौसेना) के समन्वय से किया गया, जिससे यह साफ संदेश गया कि भारत की सेनाएं पूरी तरह एकीकृत हैं.
डिप्टी चीफ ने कहा कि अगली बार युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान भारत के जनसंख्या क्षेत्रों को निशाना बना सकता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस बार वे नागरिक क्षेत्रों को नहीं छू पाए, लेकिन अगली बार हमें इसके लिए तैयार रहना होगा.
ऑपरेशन के बाद सीज़फायर को मास्टर स्ट्रोक बताते हुए जनरल सिंह ने कहा, युद्ध शुरू करना आसान है, लेकिन उसे नियंत्रित करना बेहद कठिन होता है. इसीलिए समय पर रणनीतिक उद्देश्य प्राप्त कर उसे रोक देना बुद्धिमत्ता होती है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब भारत की नीति बिल्कुल स्पष्ट है कि अब भारत पहले की तरह दर्द सहने वाला नहीं है, अगर ज़रूरत पड़ी तो जवाब में सख्त कार्रवाई होगी.
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