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Tiktok Blackout Challenge: सोशल मीडिया ऐप टिक टॉक का ब्लैकआउट चैलेंज बीते साल से चर्चा में है. इसकी वजह से लगातार बच्चों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. अब इस पर अमेरिका में बच्चों के अभिभावकों ने ऐप के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.
डीएनए हिंदी: बीते दिनों अमेरिका के एक परिवार की दो बच्चियों की जान चली गई. इसके पीछे वजह था सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म TikTok का BlackOut Challenge. अब इस मामले में इन बच्चियों के माता-पिता ने TikTok पर केस कर दिया है. टिक टॉक पर आरोप लगाया गया है कि यह ऐप बच्चों को ऐसे खतरनाक वीडियोज से जुड़ी सामग्री उपलब्ध करा रहा है. इससे पहले मई महीने में भी 10 वर्षीय एक बच्ची की मां ने टिक टॉक पर केस किया था. उनकी बेटी की भी ब्लैकआउट चैलेंज की वजह से मौत हो गई थी. बीते कुछ समय में ऐसी और भी कई घटनाएं सामने आई हैं. अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया और इटली में भी इस चैलेंज की वजह से बच्चों की मौत का मामला सामने आ चुका है. अब जानना जरूरी है कि आखिर टिक टॉक का ये ब्लैकआउट चैलेंज है क्या?
क्या है TikTok का Blackout challenge
इस चैलेंज में बेहोश होने तक अपनी सांस रोकनी पड़ती है. इसी चैलेंज को पूरा करने के चक्कर में बच्चों की जान चली जाती है. यह साफ नहीं हो पाया है कि इस चैलेंज या ट्रेंड की शुरुआत कब हुई और किसने की. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सन् 2021 के जनवरी महीने में इस चैलेंज की वजह से इटली में तीन बच्चों की मौत हो गई थी. इसी के बाद यह चैलेंज चर्चा में आया था.
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भारत में बैन हो गया था TikTok
भारत में भी एक समय ऐसा था जब यहां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिक टॉक काफी पॉपुलर हुआ करता था. हालांकि सन् 2020 में ना सिर्फ टिक टॉक बल्कि चीन से जुड़े कई अन्य ऐप्स पर भी बैन लगा दिया गया था.
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