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बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने चेतावनी दी है कि अगर BNP और आर्मी की तरफ से उन पर ज्यादा दबाव बनाया गया तो वो जनता के साथ मिलकर कोई बड़ा एक्शन ले लेंगे.
Rift in Bangladesh Government: लगता है कि बांग्लादेश की सरकार में सब ठीक नहीं चल रहा है. तभी तो वहां की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने जनता के साथ मिलकर कोई बड़ा ऐक्शन लेने की चेतावनी दे दी है. खबर है कि मोहम्मद यूनुस पर बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और आर्मी चीफ जनरल वकर-उज़-जमान की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है कि देश में इस साल के खत्म होने से पहले चुनाव करवाए जाएं.
बांग्लादेश की सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर पार्टी और सेना की तरफ से अनुचित दवाब बनाया जाता है तो वो जनता के समर्थन से कोई बड़ा एक्शन ले लेंगे. चीफ एडवाइज़र के ऑफिस से जारी की गई प्रेस रिलीज़ में कहा गया, 'कोई भी एक्शन अगर सरकार की स्वायत्तता, रिफॉर्म की कोशिशों, न्यायिक प्रक्रियाओं, चुनाव और सामान्य कामकाज को प्रभावित करता है और सरकार को दी गई जिम्मेदारियों को पूरा करने से रोकता है, तो सरकार जनता के साथ मिलकर ज़रूरी कदम उठाएगी.' यह स्टेटमेंट ऐसे वक्त में आया है जब मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे के कयास लगाए जा रहे थे.
बीते साल आरक्षण के मुद्दे पर देशभर, खासकर बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से इस्तीफा देना पड़ा था. 5 अगस्त, 2024 को इस्तीफा देने के तुरंत बाद शेख हसीना विशेष विमान से भारत आ गई थीं. शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में BNP ने अंतरिम सरकार का गठन किया.
सरकार बनने के बाद से शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं की गिरफ्तारी से लेकर, उनकी संपत्ति जब कर लेने तक की कार्रवाई हुई है. बांग्लादेश में अवामी लीग को बैन कर दिया गया है. माना जा रहा था कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में एक नई शुरुआत होगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, देश की अर्थव्यवस्था तेज़ी से चौपट हो रही है और वहां कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ी हुई हैं.