Twitter
Advertisement

वो IITian जिसने उड़ाई ChatGPT की नींद, AI में दिलचस्पी ने पहुंचाया विदेश, जानें अरविंद श्रीनिवास की कहानी

Numerology: 'बादशाह' जैसी जिंदगी जीते हैं इन 3 तारीखों में जन्मे लोग! अपने स्वाभिमान से कभी नहीं करते समझौता

आपको कैसे पता चीन ने जमीन हड़प ली? सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार, फिर दी बड़ी राहत

Good Habits: 'आज 21वां दिन है, जब मैंने सिगरेट छोड़ दी...' पंचायत के 'दामाद जी' ने बताया कैसे 21 दिन के फार्मूले से बदली जिंदगी

ये 6 ताने बच्चों का तोड़ देते हैं मनोबल, बन जाते हैं बागी या मेंटली हो जाते हैं डिस्टर्ब

भारत के सरकारी बैंकों में किसका स्टाफ है सबसे भारी? ये रही टॉप 5 Employer Banks की लिस्ट

बॉस से ज्यादा स्मार्ट और इंटेलीजेंट बना देंगी ये आदतें, ऑफिस में कायम होगी आपकी बादशाहत 

झारखंड के पूर्व CM और पूर्व केंद्रीय मंत्री Shibu Soren का निधन, किडनी संबंधी समस्या के चलते अस्पताल में थे भर्ती

'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' लड़का जो कभी करता था वेटर का काम, अब इस पद पर हुआ 'सुपरकॉप' दया नायक का प्रमोशन

Diabetes Symptoms In Men: पुरुषों में डायबिटीज होने पर शरीर देता है ये चेतावनियां, समय रहते दें ध्यान नहीं दिया तो शुगर होगी अनकंट्रोल

Bakra Eid 2023: आज मनाया जा रहा है बकरीद का पर्व, जानें कुर्बानी का महत्व और इससे जुड़ी मान्यता

Bakra Eid 2023: आज देश दुनिया में ईद उल-अजहा का पर्व मनाया जा रहा है. ईद उल-अजहा के दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है.

Latest News
Bakra Eid 2023: आज मनाया जा रहा है बकरीद का पर्व, जानें कुर्बानी का महत्व और इससे जुड़ी मान्यता

प्रतीकात्मक तस्वीर

डीएनए हिंदीः मुस्मिल धर्म में इस्लामिक कैलेंडर के 12वें महीने जुल-हिज्जा की 10 तारीख को ईद उल-अजहा (Eid al-Adha 2023) का पर्व मनाया जाता है. 19 तारीख को जुल-हिज्जा महीने का चांद नजर आ गया था. जिसके बाद 29 जून 2023 को ईद (Eid al-Adha 2023) मनाना तय किया गया था. आज देश दुनिया में ईद उल-अजहा (Eid al-Adha 2023) का पर्व मनाया जा रहा है. ईद उल-अजहा (Eid al-Adha 2023) के दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है यहीं वजह है कि इसे बकरीद (Bakrid 2023) भी कहा जाता है. चलिए आज बकरीद (Bakrid 2023) पर आपको कुर्बानी के महत्व और नियमों के बारे में बताते हैं.

कुर्बानी का महत्व (Eid al-Adha 2023)
ईद उल-अजहा (Eid al-Adha 2023) का दिन कु्र्बानी का दिन माना जाता है. इस दिन मुस्लिमों को अपने दिल के करीब की किसी वस्तु को अल्लाह की राह में कुर्बान (Kurbani) करने का पैगाम दिया जाता है. मान्यताओं के अनुसार, एक बार हजरत ने एक बार इब्राहिम के सपने में आकर प्रिय चीज की कुर्बानी (Kurbani) मांगी थी. उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी देना तय किया. हालांकि वह ऐसा करते हुए नहीं देख पाते इसलिए आंख पर पट्टी बांधकर कुर्बानी दी थी. लेकिन जब आंख खोली तो देखा कि उनका बेटा सही है और एक भेड़ वहां कुर्बान पड़ा है. तभी से बकरे और जानवरों की कुर्बानी दी जाती है.

 

दोस्तों और करीबियों को इन मैसेजेस के साथ दें ईद उल-अजहा की दिली मुबारकबाद, यहां देखें बकरीद मुबारक के खास संदेश

तीन हिस्सों में बांटी जाती है कुर्बानी (Eid al-Adha 2023)
बकरे या जिस भी जानवर की कुर्बानी (Kurbani) दी जाती है. उसके मांस के तीन हिस्से किए जाते हैं. कुर्बानी का पहला हिस्सा रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए होता है. ईद पर गरीबों का भी ख्याल रखा जाता है. कुर्बानी का दूसरा हिस्सा गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए होता है. तीसरा हिस्सा घर परिवार के सदस्यों के लिए होता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement