Twitter
Advertisement

वो IITian जिसने उड़ाई ChatGPT की नींद, AI में दिलचस्पी ने पहुंचाया विदेश, जानें अरविंद श्रीनिवास की कहानी

Numerology: 'बादशाह' जैसी जिंदगी जीते हैं इन 3 तारीखों में जन्मे लोग! अपने स्वाभिमान से कभी नहीं करते समझौता

आपको कैसे पता चीन ने जमीन हड़प ली? सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार, फिर दी बड़ी राहत

Good Habits: 'आज 21वां दिन है, जब मैंने सिगरेट छोड़ दी...' पंचायत के 'दामाद जी' ने बताया कैसे 21 दिन के फार्मूले से बदली जिंदगी

ये 6 ताने बच्चों का तोड़ देते हैं मनोबल, बन जाते हैं बागी या मेंटली हो जाते हैं डिस्टर्ब

भारत के सरकारी बैंकों में किसका स्टाफ है सबसे भारी? ये रही टॉप 5 Employer Banks की लिस्ट

बॉस से ज्यादा स्मार्ट और इंटेलीजेंट बना देंगी ये आदतें, ऑफिस में कायम होगी आपकी बादशाहत 

झारखंड के पूर्व CM और पूर्व केंद्रीय मंत्री Shibu Soren का निधन, किडनी संबंधी समस्या के चलते अस्पताल में थे भर्ती

'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' लड़का जो कभी करता था वेटर का काम, अब इस पद पर हुआ 'सुपरकॉप' दया नायक का प्रमोशन

Diabetes Symptoms In Men: पुरुषों में डायबिटीज होने पर शरीर देता है ये चेतावनियां, समय रहते दें ध्यान नहीं दिया तो शुगर होगी अनकंट्रोल

Dussehra 2024: आज किया जाएगा रावण दहन, जानें शुभ मुहूर्त से लेकर पूजन और दहन का समय 

शारदीय नवरात्रि के बाद दशहरा आता है. हिंदू धर्म में इसका बड़ा महत्व है. दशहरे पर रावण दहन के साथ ही भगवान श्रीराम और माता सीता की पूजा अर्चना करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं.

Latest News
Dussehra 2024: आज किया जाएगा रावण दहन, जानें शुभ मुहूर्त से लेकर पूजन और दहन का समय 

Dussehra 2024 Ravan Dahan : सनातन धर्म विजयादशमी का विशेष महत्व है. इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर अयोध्या के लिए वापसी की थी. यही वजह है कि इस त्योहार को उत्सव और अधर्म पर धर्म की जीत के रूप में मनाया जाता है. भगवान श्री राम और माता सीता की उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. विजयादशमी यानी दशहरा हर साल आश्विन मास की शुक्ल् पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है. इस शस्त्र पूजा के साथ दशहरा पूजन और रावण दहन की प्रथा है. आइए जानते हैं इस बार पूजा से लेकर रावण दहन का शुभ समय और इसका महत्व...

दशहरा की पूजा का शुभ समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 55 मिनट से शुरू होगी. इसकी समाप्ति 13 अक्टूबर को सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर होगी. ऐसे में विजयादशमी का त्योहार 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इसी दिन रावण दहन किया जाएगा. ​वहीं दशहरा पर शस्त्र पूजा का विधान है. यह दोपहर 2 बजकर 4 मिनट से 2 बजकर 50 मिनट तक किया जा सकेगा. इस समय में पूजा अर्चना करने पर भगवान की कृपा और विशेष लाभ प्राप्त होंगे. 

यह है दशहरा पर रावण दहन का समय

इस बार रावण दहन पर श्रवण नक्षत्र बन रहा है. यह नक्षत्र 12 अक्टूबर की सुबह 5 बजकर 24 मिनट से शुरू होगा. वहीं इसकी समाप्ति 13 अक्टूबर को 4 बजकर 25 मिनट पर होगी. रावण दहन के लिए श्रवण नक्षत्र का होना बहुत ही आवश्यक और शुभ माना जाता है. ऐसे में शाम के समय 05 बजकर 50 मिनट से रात 07 बजकर 25 मिनट के बीच रावण दहन का आयोजन किया जाएगा. 

जानें रावण दहन का महत्व

हर साल विजयादशमी पर रावण दहन का आयोजन किया जाता है. इसकी वजह त्रेतायुग से जुड़ी है, जहां भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था. इसके साथ अधर्म पर धर्म की जीत के बाद फिर से धर्म की स्थापना की गई. शास्त्रों की मानें इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध किया था. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement