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Chaitra Navratri Kanya Pujan: नवरात्रि में कन्या पूजन के दौरान इन बातों का रखें खास ख्याल, छोटी सी गलती से रूठ सकती हैं देवी मां

Navratri Kanya Pujan Vidhi: कन्या पूजन में 9 कन्याओं को माता के नौ स्वरूपों में पूजा जाता है और इन्हें भोजन कराया जाता है.

Chaitra Navratri Kanya Pujan: नवरात्रि में कन्या पूजन के दौरान इन बातों का रखें खास ख्याल, छोटी सी गलती से रूठ सकती हैं देवी मां

चैत्र नवरात्रि कन्या पूजन

डीएनए हिंदी: नवरात्रि में उपवास कर माता की पूजा-अर्चना के बाद बाद अंतिम दो दिनों कन्या पूजन (Kanya Pujan 2023) किया जाता है. नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) पर अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन (Kanya Pujan 2023) किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कन्या पूजन (Kanya Pujan 2023) में 9 कन्याओं को माता के नौ स्वरूपों में पूजा जाता है और इन्हें भोजन कराया जाता है. कई लोग 9 कन्याओं के साथ एक बालक को भी भोजन कराते हैं. हाल ही में 22 मार्च 2023 को चैत्र माह की नवरात्रि प्रारंभ हुई है. इस बार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) की अष्टमी और नवमी पूजन की तारीख 29 और 30 मार्च तय की गई है.

अष्टमी और नवमी इन दो दिनों व्रती लोग व्रत पूरे कर कन्या पूजन (Kanya Pujan 2023) करते हैं. कन्या पूजन में कन्याओं को आदरपूर्व घर बुलाकर और उनकी पूजा और भोजन कराकर यथा संभव दक्षिणा देते हैं. कन्या पूजन से मां प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है. यदि कन्या पूजन में गलती हो जाए तो मां नाराज हो जाती है. ऐसे में भक्तों को कन्या पूजन के दौरान कई चीजों का खास ध्यान (Navratri Kanya Pujan Vidhi) रखना चाहिए. तो चलिए कन्या पूजन के दौरान ध्यान (Kanya Pujan Vidhi ) रखने वाली बातों के बारे में जानते हैं.

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कन्या पूजन के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान (Navratri Kanya Pujan Vidhi)
सम्मानपूर्वक कराएं कन्याओं को भोजन

कन्या पूजन के दौरान भूलकर भी कन्याओं को सीधे भोजन न कराएं. इससे पहले कन्याओं के चरणों को धोएं. कन्याओं को पूर्व दिशा की ओर मुख करके साफ आसन पर बैठाएं. कन्याओं को कुमकुम और चावल का टीका लगाएं. सभी विधि-विधान को करने के बाद ही कन्याओं को खीर, पूड़ी, सब्‍जी और हलवा चने का प्रसाद ग्रहण करने को दें. कन्याओं को आदरपूर्वक भोजन कराएं उनके साथ  भोजन खाने के लिए जबरदस्ती न करें.

कन्याओं को इन चीजों की भेंट देकर करें विदा
कन्याओं के पूजन करने और उन्हें भोजन कराने के बाद उन्हें फल, लाल चुनरी, मिठाई, बर्तन या सिक्के भेंट में देकर विदा करें. आप अपने सामर्थ्य के अनुसार कन्याओं को भेंट या दक्षिणा दे सकते हैं. कन्याओं को विदा करते समय उनके पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें.

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इस आयु की कन्याओं का करें पूजन
कन्या पूजन में 2 से लेकर 10 वर्ष तक की कन्याओं को शामिल करना चाहिए. देवी के नौ रूपों की पूजन के लिए कम-से-कम नौ कन्याओं का पूजन करना चाहिए. कन्या पूजन के दौरान कन्याओं को माता का स्वरूप ही मानना चाहिए. ऐसा करने से मां का आशीर्वाद मिलता है. 

कन्या पूजन के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां (Navratri Kanya Pujan Vidhi)
- कन्या पूजन के दौरान किसी भी कन्या को डांटें नहीं ऐसा करने से माता नाराज हो जाती है. कन्याओं को माता का स्वरूप मानकर पूरी श्रद्धा भाव से पूजा करनी चाहिए.
- कन्याओं को भूलकर भी बासी भोजन नहीं करना चाहिए. ऐसा करना शुभ नहीं होता है. 
- कन्या पूजन के तुरंत बाद सफाई करनी चाहिए. यदि आपके पास अधिक समय नहीं है तो आप कन्या पूजन की जगह भोजन भेजकर भी दान भी कर सकते हैं. 
- कन्याओं को लहसुन प्याज का भोजन नहीं कराना चाहिए. 
- कन्याओं को भोजन कराने से पहले भोजन को जूठा नहीं करना चाहिए. कन्याओं को भोजन कराने के बाद ही आपको प्रसाद ग्रहण करना चाहिए.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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