आपको कैसे पता चीन ने जमीन हड़प ली? सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार, फिर दी बड़ी राहत
ये 6 ताने बच्चों का तोड़ देते हैं मनोबल, बन जाते हैं बागी या मेंटली हो जाते हैं डिस्टर्ब
भारत के सरकारी बैंकों में किसका स्टाफ है सबसे भारी? ये रही टॉप 5 Employer Banks की लिस्ट
बॉस से ज्यादा स्मार्ट और इंटेलीजेंट बना देंगी ये आदतें, ऑफिस में कायम होगी आपकी बादशाहत
भारत
भारतीय वायुसेना भी ऑपरेशन गंगा में जुट गई है. बड़ी संख्या में यूक्रेन के सीमावर्ती देशों से भारतीय छात्रों को वापस लाया जा रहा है.
डीएनए हिंदी: ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय वायुसेना का C-17 एयरक्राफ्ट 210 भारतीय छात्रों को लेकर शुक्रवार को हिंडन एयरबेस पर पहुंचा. फ्लाइट ने रोमानिया (Romania) के बुखारेस्ट (Bucharest) से उड़ान भरी थी. केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट (Ajay Bhatt) ने हिंडन एयरबेस पर भारतीयों का फूल देकर स्वागत किया. ऑपरेशन गंगा के तहत बड़ी संख्या में यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाया जा रहा है.
भारतीय छात्रों के रेस्क्यू के लिए रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय एक साथ काम कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने 4 केंद्रीय मंत्रियों को रेस्क्यू मिशन के लिए उतार लिया है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य एम सिंधिया, किरेन रिजिजू और वीके सिंह यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में लोगों को बाहर निकालने के लिए गए हैं.
Ukraine के बाद व्लादिमीर पुतिन का अगला टार्गेट कौन, क्या NATO से होगी अब रूस की जंग?
कितने लोगों की और होनी है वापसी?
विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ-साथ भारतीय वायुसेना भी अब इस मिशन में जुट गई है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगले दो दिनों में 7,400 से अधिक लोगों को स्पेशल फ्लाइट के जरिए देश वापस लाया जाएगा. इसके अलावा, शुक्रवार को 3,500 और 5 मार्च को 3900 से अधिक लोगों को वापस लाए जाने की उम्मीद है.
Good to see Joy & Happiness on faces of our young 210 students while interacting with them on their arrival to India from #Bucharest by @IAF_MCC C-17 flight at Hindon base today. @narendramodi @DrSJaishankar @rajnathsingh @SpokespersonMoD pic.twitter.com/Rp06CPyBLx
— Ajay Bhatt (@AjaybhattBJP4UK) March 4, 2022
यूक्रेन से बड़ी संख्या में लोग कर रहे पलायन
रूस ने यू्क्रेन के दो शहरों डोनेट्स्क और लुहान्स्क को स्वतंत्र देश घोषित करने के बाद रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला बोल दिया था. तब से ही बड़ी संख्या में लोग यूक्रेन से पलायन कर रहे हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और यूरोपीय संघ सहित कई देशों ने यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियानों की निंदा की है और मास्को पर प्रतिबंध लगाए हैं. इन देशों ने यूक्रेन को भरोसा दिया है कि रूस के खिलाफ जंग में सैन्य सहायता देंगे. रूस के खिलाफ लगातार वैश्विक प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं.
हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.
यह भी पढ़ें-
DNA एक्सप्लेनर : कौन से देश हैं NATO में? क्या है यह संस्था?
DNA एक्सप्लेनर: क्यों पश्चिमी देश Ukraine के भविष्य पर चिंतित हैं, क्या चाहता है Russia?