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भारत
राजा राम | May 09, 2025, 04:09 PM IST
1.इसकी स्पीड 3500 किमी/घंटा है
आकाश एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है जिसे पूरी तरह भारत में विकसित किया गया है. इसका पहला वर्जन 25 से 45 किमी की दूरी और 18 किमी की ऊंचाई तक टारगेट कर सकता है. वहीं इसका अपग्रेडेड वर्जन आकाश-NG 70 से 80 किमी तक के टारगेट्स को भी तबाह कर सकता है. इसकी स्पीड 3500 किमी/घंटा है, जो इसे दुश्मन के खिलाफ बेहद घातक बनाती है.
2.एक साथ 12 मिसाइलों को गाइड
इस मिसाइल सिस्टम में आधुनिक रडार लगे हैं जो 150 किमी दूर तक 64 टारगेट्स को ट्रैक कर सकते हैं और एक साथ 12 मिसाइलों को गाइड कर सकते हैं. इसकी स्मार्ट गाइडेंस टेक्नोलॉजी आखिरी सेकंड तक टारगेट को लॉक करने की क्षमता रखती है. यही वजह है कि पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल इससे बच नहीं पाए.
3.82% हिस्सा भारत में ही बनता है
आकाश सिस्टम को किसी भी स्थान पर तैनात किया जा सकता है. इसे ट्रक, टैंक या दूसरे वाहनों पर रखकर LoC, राजस्थान या पंजाब बॉर्डर तक ले जाया जा सकता है. इसका 82% हिस्सा भारत में ही बनता है, जिससे यह 'मेक इन इंडिया' पहल का एक मजबूत उदाहरण बन गया है.
4.भारतीय सेना की पहली पसंद
आकाश मिसाइल सिस्टम JF-17 जैसे पाकिस्तानी फाइटर जेट्स, तुर्की के TB2 और चीन के CH-4 जैसे ड्रोन के खिलाफ भी प्रभावी है. यहां तक कि 2020 के एक टेस्ट में इसने एक साथ 10 ड्रोन तबाह कर दिए थे. इसकी क्षमताओं ने इसे भारतीय सेना की पहली पसंद बना दिया है.
5.सैन्य ठिकानों की रक्षा
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने न केवल अपने सैन्य ठिकानों की रक्षा की, बल्कि लाहौर में तैनात पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को भी निष्प्रभावी कर दिया. यह ऑपरेशन भारत की रक्षा तैयारियों और आकाश जैसे देसी सिस्टम की ताकत का स्पष्ट संकेत है. भारत अब पूरी तरह से आत्मनिर्भर और जवाब देने में सक्षम है.