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भारत
बहराइच में महज दो साल के बच्चे को आदमखोर जंगली जानवर उठा ले गया. खोजबीन के बाद बच्चे का शव गन्ने के खेत में मिला. घटना से गांव में हड़कंप मच गया, साथ ही लोग इसे भेड़िया का हमला मानकर दशहत में हैं.
उत्तर प्रदेश के बहराइच से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां आदमखोर जानवर मां के पास सोते हुए 2 साल के मासूम को उठा ले गया. रातभर खोजबीन के बाद सुबह बच्चे का शव क्षत-विक्षत गन्ने क खेत में मिला. घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया, वहीं गांववाले इसे भेड़िए का आतंक समझ दहशत में हैं. मामले में वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) भेड़िए के फुटमार्क मिलने से इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये भाड़िए नहीं बल्कि सियार के पैरों के निशान हैं. वहीं, गांव वालों में ऐसी घटना घटने के बाद एक बार फिर बीते साल का भेड़िया खौफ वापस लौट आया है.
दरअसल, अपनी ससुराल कोतवल कला से अपने मायके थाना हरदी क्षेत्र के गदमार गढ़ीपुरवा घूमने पहुंची खुशबू ने बताया कि 2/3 जून की रात गांव में जब वह अपने दो साल के पुत्र आयुष और बेटी के साथ घर के बरामदे में सो रही थी. उसी दौरान रात में भेड़िया आया और उसके बच्चे को उठा ले गया. जब उसने देखा तो वह उसके पीछे-पीछे दौड़ी लेकिन उसे पकड़ नहीं सकी. रातभर बच्चे की तलाश की गई पर बच्चा नहीं मिला. आदमखोर जानवर बच्चे का हाथ और पैर खा गया था. बच्चे के मुंह पर जानवर के दांत और सीने पर पंजे के निशान मिले.
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पिछले साल भी महसी इलाके में भेड़िए के हमले में 10 बच्चों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक लोग घायल हुए थे. उस दौरान वन विभाग ने कई भेड़ियों को पकड़ा था, जिसके बाद कुछ समय के लिए हमले हमले बंद हो गए थे. इस घटना के बाद वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वे स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह भी दी गई है. साथ ही, जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने और गश्त बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है.
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