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भारत
छत्तीसगढ़ के बीजापुर से लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. यहां एक आश्रम में 36 बच्चे फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए हैं. एक छात्रा की मौत भी हो गई है.
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक आश्रम के करीब 35 बच्चे एक साथ बीमार पड़ गए. माता रुक्मणी कन्या आश्रम में विषाक्त भोजन करने से बीमार छात्राओं में से एक छात्रा की मंगलवार को मौत हो गई. लड़की गंभीर रूप से बीमार थी. छात्रा को बीजापुर जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज डिमरापाल भेजा गया था, जहां रास्ते में ही लड़की ने दम तोड़ दिया. मृतका तुमनगर गांव की रहने वाली थी. बता दें, इस मामले में खाद्य विभाग की टीम ने विषाक्त भोजन का सेंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं.
प्रशासन ने लिया ऐक्शन
कलेक्टर संबित मिश्रा मंगलवार को सुबह जिला अस्पताल पहुंचे और बीमार छात्राओं के परिजनों व डॉक्टरों से बात की. इस घटना के संबंध में आश्रम अधीक्षिका आदिबाई तेतल को निलंबित कर दिया गया है. घटना में आगे की जांच की जा रही है.
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कैसे घटी घटना?
आश्रम अधीक्षिका आदिबाई तेलन ने जांच में बताया कि रविवार को वह शिवा किराना स्टोर से माझीगुड़ा से पैकेट बंद पनीर लेकर आई थी. उसी रात पनी की सब्जी बनी. इस मामले में जिला खाद्य अधिकारी आशीष यादव ने कहा कि प्रारंभिक अनुमान पनीर की सब्जी खाने से बच्चों के बीमार होने का है. इस पर स्पष्टता जांच रिपोर्ट के बाद सामने आएगी.
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