Twitter
Advertisement

Congress MP Chain Snatching: दिल्ली में बेखौफ़ हुए अपराधी, हाई सिक्योरिटी इलाके में कांग्रेस सांसद R. Sudha के साथ चेन स्नैचिंग हो गई

वो IITian जिसने उड़ाई ChatGPT की नींद, AI में दिलचस्पी ने पहुंचाया विदेश, जानें अरविंद श्रीनिवास की कहानी

Numerology: 'बादशाह' जैसी जिंदगी जीते हैं इन 3 तारीखों में जन्मे लोग! अपने स्वाभिमान से कभी नहीं करते समझौता

आपको कैसे पता चीन ने जमीन हड़प ली? सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार, फिर दी बड़ी राहत

Good Habits: 'आज 21वां दिन है, जब मैंने सिगरेट छोड़ दी...' पंचायत के 'दामाद जी' ने बताया कैसे 21 दिन के फार्मूले से बदली जिंदगी

ये 6 ताने बच्चों का तोड़ देते हैं मनोबल, बन जाते हैं बागी या मेंटली हो जाते हैं डिस्टर्ब

भारत के सरकारी बैंकों में किसका स्टाफ है सबसे भारी? ये रही टॉप 5 Employer Banks की लिस्ट

बॉस से ज्यादा स्मार्ट और इंटेलीजेंट बना देंगी ये आदतें, ऑफिस में कायम होगी आपकी बादशाहत 

झारखंड के पूर्व CM और पूर्व केंद्रीय मंत्री Shibu Soren का निधन, किडनी संबंधी समस्या के चलते अस्पताल में थे भर्ती

'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' लड़का जो कभी करता था वेटर का काम, अब इस पद पर हुआ 'सुपरकॉप' दया नायक का प्रमोशन

विपक्षी एकता के जवाब में दिल्ली में जुटेगा NDA, जानिए इन 38 दलों की ताकत

NDA Meeting Delhi: बीजेपी ने आज दिल्ली में एनडीए की बैठक बुलाई है. इसके लिए कुल 38 पार्टियों के नेताओं को न्योता भेजा गया है.

विपक्षी एकता के जवाब में दिल्ली में जुटेगा NDA, जानिए इन 38 दलों की ताकत

Representative Image

डीएनए हिंदी: लोकसभा चुनाव 2024 में अभी लगभग 10 महीनों का समय बाकी है. दो बार से सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हटाने के लिए इस बार विपक्षी पार्टियां लामबंद हो रही हैं. विपक्ष की कोशिश है कि ज्यादातर सीटों पर बीजेपी के सामने एक ही विपक्षी उम्मीदवार हो. विपक्ष की इस चाल को देखते हुए बीजेपी भी सतर्क हो गई है. पटना के बाद बेंगलुरु में विपक्ष की दूसरी बैठक हो रही है. इसके जवाब में अब बीजेपी ने भी एनडीए की बैठक बुला ली है. इस बैठक से पहले ही बीजेपी ने उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में कुछ नए-पुराने साथियों को जोड़ा है. विपक्ष की 24 पार्टियों के जवाब में एनडीए की 38 पार्टियों का जुटान आज दिल्ली में होना है.

उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने ओम प्रकाश राजभर की एसबीएसपी को एक बार फिर अपने साथ ले लिया है. बिहार में जीतन राम मांझी और चिराग पासवान भी एनडीए खेमे में लौट आए हैं. महाराष्ट्र में पहले ही शिवसेना और एनसीपी में फूट पड़ गई है और दोनों के बहुमत वाले धड़े एनडीए के साथ हैं. बता दें कि इन तीनों राज्यों को मिलाकर लोकसभा की कुल 168 सीटें बनती हैं. ऐसे में बीजेपी की नजर भी इन राज्यों पर है जिससे कि बड़े राज्यों से ज्यादा से ज्यादा सीटें निकाली जा सकें. विपक्ष भी इन राज्यों में गठबंधन के संयोजन पर माथापच्ची कर रहा है. बिहार और महाराष्ट्र में तो विपक्ष में सीटों का बंटवारा आसान है लेकिन उत्तर प्रदेश में पेच फंस सकता है.

यह भी पढ़ें- फिर एक होने की सुगबुगाहट? 24 घंटे में दूसरी बार मिले चाचा-भतीजे

मीटिंग से पहले बोले राजभर-यूपी की 80 सीटें जीतेंगे
यूपी सरकार के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर अपने बोलने के अंदाज और चुटीली प्रतिक्रियाओं की वजह से जाने जाते हैं. अब एनडीए में शामिल होने के बाद वह विपक्ष पर हमलावर हैं. एनडीए की मीटिंग में शामिल होने से ठीक पहले राजभर ने कहा है, 'देश की राजनीति में अब लड़ाई नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. अगर आप यूपी को ही देखें तो यहां 80 सीट हैं. विपक्ष इसमें से कहां जीतेगा? 80 की 80 सीटें एनडीए के खाते में जाएंगी. चुनाव अब एक फॉर्मैलिटी रह गया है. विपक्ष कितना भी चिल्ला ले कुछ होने वाला नहीं है.'

दूसरी तरफ बिहार में महागठबंधन के खिलाफ जीतन राम मांझी और चिराग पासवान को वापस लाकर बीजेपी भी जोश में है. उनके साथ, उनके चाचा पशुपति पारस का गुट भी एनडीए की बैठक में शामिल होगा. इसके अलावा, यूपी में निषाद पार्टी और अपना दल, महाराष्ट्र में शिवसेना (एकनाथ शिंदे), एनसीपी (अजित पवार) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक जनता दल को भी एनडीए की मीटिंग का न्योता भेजा गया है.

यह भी पढ़ें- चिराग और मांझी को न्योता, क्या भाजपा कब्जा पाएगी बिहार का 16% दलित वोट?

दलित-ओबीसी वोटर्स पर है बीजेपी का फोकस
इन पार्टियों के वोटबैंक पर ध्यान दें तो एलजेपी, निषाद पार्टी, एसबीएसपी, अपना दल, HAM, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया और आजसू जैसी पार्टियां ऐसी हैं जिनकी पकड़ दलित, ओबीसी और आदिवासी मतदाताओं पर है. इसके अलावा, किसान, मराठा, तेलुगु, पंथक, आदिवासी, गोरखा, बोडो, मिजो, असमिया और जनजातीय वोटों पर पकड़ रखने वाली पार्टियों को भी गठबंधन की इस मीटिंग में शामिल होने का न्योता दिया गया है. 

विपक्ष के जवाब में बीजेपी की कोशिश भी यही है कि समान विचारधारा वाली या पुरानी सहयोगी पार्टियां अलग न लड़ें. विपक्ष की तरह ही बीजेपी की कोशिश भी यही है कि बीजेपी की ओर से एक ही उम्मीदवार हो और बाकी के दल उस उम्मीदवार का समर्थन करें.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement