आपको कैसे पता चीन ने जमीन हड़प ली? सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार, फिर दी बड़ी राहत
ये 6 ताने बच्चों का तोड़ देते हैं मनोबल, बन जाते हैं बागी या मेंटली हो जाते हैं डिस्टर्ब
भारत के सरकारी बैंकों में किसका स्टाफ है सबसे भारी? ये रही टॉप 5 Employer Banks की लिस्ट
बॉस से ज्यादा स्मार्ट और इंटेलीजेंट बना देंगी ये आदतें, ऑफिस में कायम होगी आपकी बादशाहत
साउथ सिनेमा
आज हम साउथ फिल्म इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड तक में काम कर चुके एक ऐसे एक्टर के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो कि एक वक्त पर बस कंडक्टर, कुली और दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम कर चुके हैं. लेकिन आज यह एक्टर हाईएस्ट पेड कलाकारों में शुमार हैं.
साउथ फिल्म इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड तक में कई ऐसे एक्टर्स हैं, जिन्होंने अपने अभिनय से लोगों के दिलों में छाप छोड़ी है. वहीं, आज हम एक ऐसे ही एक्टर के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो पिछले पांच दशकों से सिनेमा पर राज कर रहे हैं. एक्टर के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं कि वह एक बस कंडक्टर थे. यहां तक कि उन्होंने बतौर दिहाड़ी मजदूर भी काम किया है. लेकिन आज यह एक्टर साउथ के हाईएस्ट पेड एक्टर में से एक है.
दरअसल, हम बात कर रहे हैं 12 दिसंबर 1950 को एक मराठी परिवार में जन्मे एक्टर रजनीकांत की. उन्होंने कड़ी मेहनत से आज फिल्म इंडस्ट्री में अपना एक मुकाम हासिल किया है. रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है. उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता. उन्होंने बचपन में ही अपनी मां को खो दिया था और घर चलाने की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर आ गई थी. घर चलाने के लिए रजनीकांत ने कुली का काम भी किया था. उन्होंने कारपेंटर का काम भी किया था. बाद में उन्होंने बैंगलोर ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में कंडक्टर का काम भी किया. हालांकि वह बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे. इसलिए उन्होंने कंडक्टर का काम करने के साथ साथ कुछ स्टेज शो भी किए. इसी बीच एक अखबार में फिल्म इंस्टीट्यूट का विज्ञापन छपा, जिसमें फिल्मों में काम करने के लिए कोर्स कराए जाते थे. रजनीकांत ने इस बारे में घर पर बात की. हालांकि परिवार की खराब हालत के कारण उन्हें फैमिली से सहयोग नहीं मिला.
यह भी पढ़ें- Vettaiyan से पहले देखें रजनीकांत की ये 10 शानदार फिल्में
उनके एक्टिंग का सफर एक दोस्त की मदद से शुरू हो पाया. रजनीकांत के दोस्त राज बहादुर ने उनकी मदद की और उन्हें एक्टिंग इंस्टिट्यूट में दाखिला दिलाया. यहीं से उनके एक्टिंग करियर की शुरुआत हुई. रजनीकांत ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत कन्नड़ नाटकों से की थी. वहां महाभारत के दुर्योधन के रूप में उनकी एक्टिंग को लोगों ने खूब सराहा. तमिल फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले रजनीकांत ने तमिल भाषा भी सीखी. उनकी पहली तमिल फिल्म अपूर्वा रांगगल थी. इस फिल्म में कमल हासन भी नजर आए थे.
तमिल और तेलुगु फिल्मों के अलावा रजनीकांत ने बॉलीवुड फिल्मों में भी खूब नाम कमाया. रजनीकांत ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत फिल्म अंधा कानून से की थी और इसके बाद उन्होंने भगवान दादा, आतंक ही आतंक और चालबाज जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया. उनकी साउथ इंडियन फिल्मों की बात करें तो उन्होंने 'बिल्लू', 'मुथु', 'बशाहा', 'शिवाजी' और 'एंथिरन' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया.
यह भी पढ़ें- Vettaiyan Public review: Rajinikanth की फिल्म ने मचाई तगड़ी गदर, जानें क्या कहती है पब्लिक
एक्टिंग के अलावा उन्होंने राजनीति में भी उतरने पर विचार किया था, लेकिन बाद में पिछले साल दिसंबर में हेल्थ से जुड़ी समस्या के कारण उन्होंने पॉलिटिक्स में उतरने की अपनी प्लानिंग को कैंसिल कर दिया. उन्होंने कहा था कि खराब हेल्थ के कारण वह पॉलिटिक्स में नहीं उतरेंगे.
वहीं, रजनीकांत साउथ के टॉप एक्टर्स की लिस्ट में शुमार हैं. वह सालों से बेहतरीन अभिनय के कारण लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं और आज वह करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक वह 500 करोड़ संपत्ति के मालिक हैं. जानकारी के मुताबिक प्रति फिल्म वह 125 करोड़ से 270 करोड़ तक फीस चार्ज करते हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, उन्होंने फिल्म जेलर के लिए 250 करोड़ और उसी फिल्म के लिए अग्रिम फीस और अधिकार सहित 110 करोड़ कमाए हैं.
अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.