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डीएनए स्पेशल
मुलायम सिंह को मिठाइयां बेहद पसंद थीं, इतनी पसंद कि वे मिठाई खाए बिना रह ही नहीं पाते थे मगर मिठाई खिलाने में भी वह कम नहीं थे. पढ़ें दिलचस्प किस्सा-
डीएनए हिंदी: सपा संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया. वह 82 साल के थे. ऐसे मौके पर उनसे जुड़े कई पुराने किस्से और उनकी यादों के पिटारे से कई कहानियां सामने आ रही हैं. ऐसी ही एक कहानी जुड़ी है उनके मिठाइयों के प्रति गहरे प्रेम से. कहा जाता है कि मुलायम सिंह को मिठाइयां खाने का बहुत शौक था. चाहे कुछ भी हो वह मीठा खाना नहीं छोड़ पाते थे. खासतौर पर जब भी इटावा जाते तो वहां एक खास दुकान पर मिठाई लेने जरूर रुका करते थे.
जलेबी-कचौड़ी और बूंदी के लड्डू
जी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार इटावा की इस प्रसिद्ध दुकान के सुरेश यादव बताते हैं कि नेताजी को जलेबी और खस्ता-कचौड़ी बहुत पसंद थी. जब भी नेताजी इटावा आते थे तो कोठी पर हमारे यहां की मिठाइयां और नाश्ता ही जाता था.
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वह एक किस्सा भी सुनाते हैं, 'सैफई में देश भर के दिग्गज डॉक्टरों का सेमिनार था तो नेताजी मुलायम सिंह यादव ने उनसे मिठाइयों, नाश्ते और अन्य चीजों के मेन्यू को लेकर बुलाया. तब मैंने शहर में मिलने वाली तमाम मिठाइयों और स्नैक्स के बारे में बताया लेकिन नेताजी ने सब सुनने के बाद कहा, तुम जलेबी-दही और रसमलाई का इंतजाम करो. ये सुनकर वैसे तो सब हैरान हुए क्योंकि डॉक्टरों के लिए ऐसा नाश्ता... मगर सेमिनार में डॉक्टरों को देसी घी में बनी जलेबियां और अन्य स्वादिष्ट मिठाइयां खूब भायीं थीं.
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होली-दिवाली पर भी इटावा की ही मिठाई
यही नहीं होली-दिवाली जैसे मौकों पर भी नेताजी इटावा से ही मिठाइयां मंगवाकर पैक कराते थे और अपने दोस्तों यहां तक कि राजनीति की दुनिया के तमाम लोगों को भी भेजते थे.
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