अंतर्राष्ट्रीय खबरें
Shocking Video: भारतीय छात्र को डिपोर्ट करते समय उसके साथ अमेरिकी पुलिस की तरफ से किए व्यवहार की सोशल मीडिया पर बेहद आलोचना हो रही है. भारतीय दूतावास ने इस वीडियो को लेकर कहा है कि वह संबंधित अधिकारियों के साथ संपर्क में है.
Shocking Video: अमेरिका से अवैध भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर विमान से वापस भेजने को लेकर हुए विवाद के बाद एक और दर्दनाक वीडियो सामने आया है. एक भारतीय छात्र को न्यूजर्सी के नेवार्क एयरपोर्ट पर भारत डिपोर्ट करने से पहले पुलिसकर्मियों ने उसे अपराधियों की तरह जमीन पर मुंह के बल लेटाया. इसके बाद उसके हाथ पीठ पीछे हथकड़ी से बांधे गए. इस दौरान पुलिसकर्मी उसे अपराधियों की तरह दबाए रहे. छात्र से अपराधियों जैसे इस व्यवहार का वीडियो एक NRI बिजनेसमैन ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिसके बाद लोग भड़क गए हैं. लोगों ने इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) प्रशासन की जमकर आलोचना की है. साथ ही अमेरिका में भारतीय दूतावास को भी आड़े हाथ लिया है. इसके बाद भारतीय दूतावास (Indian Embassy in US) एक्टिव हो गया है. दूतावास के अधिकारियों ने कहा है कि वे इस घटना को लेकर स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं.
क्या दिख रहा है वीडियो में
भारतीय मूल के अमेरिकी एंटरप्रेन्योर कुणाल जैन ने यहा वीडियो अपने एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल पर अपलोड किया है, जिसमें नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भारतीय छात्र को चार पुलिस अधिकारियों ने दबोचा हुआ है. दो ने उसे जमीन पर मुंह के बल गिराकर उसके घुटने दबा लिए, जबकि बाकी दो ने उसके हाथ पीठ के पीछे करते हुए उनमें हथकड़ी पहना दी. इसके बाद उसके पैर भी बांध दिए गए.
कुणाल जैन ने यह लिखा कैप्शन में
कुणाल जैन ने इस वीडियो को अपलोड करते हुए कैप्शन में लिखा,'मैं कल रात एक युवा भारतीय छात्र को नेवार्क एयरपोर्ट से डिपोर्ट किए जाने का गवाह बना हूं. हथकड़ी लगाए, रोता हुआ छात्र, जिससे अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा था. वह यहां सपनों का पीछा करने आया था, किसी को नुकसान पहुंचाने नहीं. एक NRI (Non-Resident Indian) के तौर पर मैं असहाय और दुखी महसूस कर रहा था. यह मानवीय त्रासदी है.' जैन ने अमेरिका में भारतीय दूतावास को कॉल करके अधिकारियों से इस मामले की जांच करने और छात्र को सहायता उपलब्ध कराने की भी मांग की है.
I witnessed a young Indian student being deported from Newark Airport last night— handcuffed, crying, treated like a criminal. He came chasing dreams, not causing harm. As an NRI, I felt helpless and heartbroken. This is a human tragedy. @IndianEmbassyUS #immigrationraids pic.twitter.com/0cINhd0xU1
— Kunal Jain (@SONOFINDIA) June 8, 2025
भारतीय दूतावास ने कही है ये बात
एक दिन बाद न्यूयॉर्क में भारतीय दूतावास ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि एक भारतीय नागरिक को नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. उन्होंने कहा,'हम इस मामले में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं. दूतावास हमेशा भारतीय नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहेगा.'
We have come across social media posts claiming that an Indian national is facing difficulties at Newark Liberty International Airport. We are in touch with local authorities in this regard.
— India in New York (@IndiainNewYork) June 9, 2025
The Consulate remains ever committed for the welfare of Indian Nationals.@MEAIndia…
आतंकियों के साथ भी नहीं होता है ऐसा व्यवहार
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, कुणाल जैन ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा व्यवहार नहीं देखा. यहां तक कि आतंकियों से भी ऐसा व्यवहार नहीं किया जाता है. उन्होंने कहा,'वहां करीब 50 लोग चारों तरफ मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी कुछ कहने की हिम्मत नहीं दिखाई. उसे नीचे गिराने के कारण मेरे ख्याल से यह था कि वह थोड़ा गुस्से में था और विचलित महसूस कर रहा था. मैं नहीं जानता वह क्यों विचलित था. अधिकारियों का कहना है कि वे हिंदी नहीं समझते और वह हरियाणवी भाषा में बोल रहा था. मैंने सोचा कि शायद मैं उसकी मदद कर सकता हूं. मैं वहां गया और एक पुलिस अफसर से कहा कि क्या मैं उसकी बात समझने में उनकी मदद कर सकता हूं, लेकिन उन्होंने मुझे ऐसा करने की इजाजत नहीं दी. इसके बजाय उस अफसर ने उल्टा और ज्यादा पुलिस बुला ली.' जैन ने आगे कहा,'अफसर ने पायलट से बात की तो उन्होंने छात्र के गुस्से में होने के कारण उसे विमान में एंट्री देने से इंकार कर दिया. पायलट का कहना था कि वह अन्य यात्रियों के लिए खतरा बन सकता है. इसके बाद क्या हुआ? उन्होंने उसे नीचे गिराया. सबसे खराब बात थी कि जब दूसरे पुलिस अफसर आए, जो शायद 7 या 8 थे. उन्होंने पूरी लाइन खाली कराई और उसके पैर व हाथ बांधकर उठाकर ले गए. उस समय मैं बिल्कुल रोने जैसी हालत में था. क्यों किया उन्होंने ऐसा और वह भी पूरी दुनिया के सामने.'
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