Lionel Messi करेंगे 14 साल बाद भारत का दौरा, विराट-रोहित साथ खेलेंगे मैच; इतनी होगी टिकट की कीमत
जब भारत ने अमेरिकी ताकत को दी चुनौती, इतिहास की ये घटनाएं हैं गवाही
Diabetes Upay: डायबिटीज के मरीज मानसून में कैसे रखें शुगर कंट्रोल? जानिए बेस्ट आयुर्वेदिक उपाय
Home Loan: होम लोन लेते समय की ये गलतियां तो 20 की जगह 33 साल तक भरनी पड़ेगी EMI
Heart Risk: खाने की ये सफेद चीज बढ़ाती है Heart Attack का खतरा, जानिए क्या है इसकी वजह
लाइफस्टाइल
Black And Thick Hair Remedy: दादी-नानी के जामने के कुछ नुस्खे बेहद कारगर साबित होते हैं और आज भी लोग इनका इस्तेमाल खूब करते हैं. आज हम आपको ऐसे ही कुछ नुस्खे के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बालों को काला और घना बनाए रखने में आपकी मदद कर सकते हैं.
Black And Thick Hair Remedy- दादी-नानी के जामने के कुछ नुस्खे बेहद कारगर साबित होते हैं और आज भी लोग इनका इस्तेमाल खूब करते हैं. आज हम आपको ऐसे ही कुछ नुस्खे के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बालों को काला और घना बनाए रखने में आपकी मदद कर सकते हैं. इसके लिए आपको जरूरत होगी भृंगराज की, यह आसानी से मिल जाता है. हालांकि इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल खुद तब ही करें जब अच्छी तरह से इसकी पहचान करना आता हो और पता हो कि इसे कैसे इस्तेमाल करना है. बता दें कि यह आयुर्वेदिक स्टोर पर भी मिल जाता है.
बता दें कि सुश्रुत संहिता में भृंगराज तेल को बालों की जड़ों को मजबूत करने और समय से पहले सफेदी रोकने वाला ‘अग्रणी औषधि' बताया गया है, ग्रंथों में इसके तेल के बनाने की विधि का भी उल्लेख मिलता है. इतना ही नहीं इसे ‘पित्तशामक' और ‘रक्तशोधक' भी माना जाता है. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ावा देने और खून को साफ करने में भी मदद करता है.
बता दें कि इसका तेल घर पर भी आसानी से बनाया जा सकता है. इसके लिए भृंगराज, मीठा नीम, बारीक कटे हुए प्याज, मेथी दाना और नीम इन सबको सरसों के तेल में अच्छे से पका लें और जब सामग्री अच्छे से पक जाए और तेल में उनका अर्क उतर जाए, तब तेल को ठंडा कर छानकर एक बोतल में स्टोर कर लें.
भृंगराज और तेल में पड़ी सामग्री की तासीर गरम होती है, साथ ही कुछ लोगों को इससे दिक्कत हो सकती है. इसलिए तेल में कपूर मिला सकते हैं. यह तेल की गर्मी को संतुलित करने में मददगार होता है. इसके अलावा नारियल या तिल के तेल का भी उपयोग करें. क्योंकि इनकी तासीर सरसों के तेल की तुलना में थोड़ी ठंडी होती है, ऐसे में अगर आपकी खोपड़ी अत्यधिक संवेदनशील है तो इसके प्रयोग से पहले चिकित्सकों से एक बार जरूर सलाह लेनी चाहिए.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. इस पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.