लाइफस्टाइल
उत्तराखंड की सोशल वर्कर स्वाति कपूर ने एक खास मुहीम शुरू की है जिससे हल्द्वानी कस्बे में कोई भी भूखा न सोए. जानें क्या है थाल सेवा और कैसे यह हर दिन भर रहा 200 लोगों का पेट...
उत्तराखंड की सामाजिक कार्यकर्ता स्वाति कपूर ने अपना जीवन दूसरों की सेवा में लगा दिया है. हल्द्वानी कस्बे में कोई भी भूखा न सोए इसके लिए वह थाल सेवा करती हैं. स्वाति एनजीओ 'लिटिल मिरेकल्स फाउंडेशन' की को-फाउंडर हैं. इस एनजीओ का उद्देश्य गरीब लोगों की मदद करना है. इस फाउंडेशन के तहत वह 'थाल सेवा' की पेशकश करती हैं जिसके तहत लोगों को सिर्फ 5 रुपये में भोजन की प्लेट परोसी जाती है.
लिटिल मिरेकल्स फाउंडेशन के अनुसार थाल सेवा में लोगों को ग्रेवी जैसे राजमा, दाल, लोबिया या चना और सलाद के साथ चावल से भरी प्लेट परोसी जाती है. हर दिन औसतन 1200 लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता है. थाल-सेवा वैन हर दिन जरूरतमंदों को भोजन के लगभग 200 पैकेट वितरित करती है. सबसे बड़ी बात यह है कि थाल सेवा प्वाइंट पर गर्भवती महिलाओं को भी मुफ्त में भोजन परोसा जाता है.
लिटिल मिरेकल फाउंडेशन की आधिकारिक साइट पर बताया गया है कि थाल सेवा कथित तौर पर एक क्राउड-फंडेड पहल है जो प्रतिदिन 1000 से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराती है. कुछ दानकर्ता अनाज और दालों का योगदान करते हैं जिनसे प्रशिक्षित शेफ पौष्टिक भोजन तैयार करते हैं. इसकी फंडिंग थाल सेवकों से आती है और लोग सिर्फ 5 रुपये की मामूली रकम देकर यह थाली ले सकते हैं.
स्वाति कपूर दूसरे परोपकारी पहलों से भी समाज में योगदान कर रही हैं. अब तक उनके फाउंडेशन ने 'उपचार सेवा', 'रोशनी सेवा', 'वस्त्र सेवा', 'पेड़ सेवा' के साथ और भी कई प्रोग्राम शुरू किए हैं. हालांकि थाली सेवा उनका सबसे सफल योगदान है. इसके अलावा फाउंडेशन ने कई लोगों की सर्जरी में भी मदद की है. इस फाउंडेशन ने शहर के एक बच्चे का दिल्ली में किडनी ट्रांसप्लांट करवाया है. स्वाति ने उत्तराखंड में वंचित और गरीब लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के अपने परोपकारी पहल से समाज में अहम योगदान दिया है.
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