भारत
रईश खान | Apr 28, 2025, 04:27 PM IST
1.63,000 करोड़ रुपये की डील
भारत और फ्रांस के बीच यह सौदा 63,000 करोड़ रुपये का हुआ है. फ्रांस की डैसो एविएशन इन मल्टीरोल फाइटर जेट को बना रही है. इनके आने से इंडियन नेवी की समंदर में न सिर्फ ताकत बढ़ेगी, बल्कि गेम-चेंजर भी साबित होगी.
2.INS विक्रांत पर किया जाएगा तैनात
भारतीय नौसेना को लंबे समय से लड़ाकू विमानों की जरूरत थी. केंद्र सरकार ने पिछले साल जुलाई के महीने में इस डील को मंजूरी दी थी. लेकिन इस डील को अंतिम रूप अब दिया गया है. फ्रांस से आने वाले इन 26 राफेल मरीन जेट्स को INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा.
3.29 फाइटर जेट्स से किया जाएगा रिप्लेस
अभी तक आईएनएस विक्रांत पर रूस के 29 फाइटर जेट्स तैनात हैं, लेकिन यह काफी पुराने हो चुके हैं. इनके रखरखाव में सरकार को काफी पैसा खर्च करना पड़ रहा है. नेवी के रिक्वेस्ट पर भारत ने 26 फेल मरीन कॉम्बैट फाइटर जेट्स खरीदने का फैसला किया है.
4.Rafale-M में क्या होगी खासियत?
भारत ने फ्रांस से 26 राफेल मरीन कॉम्बैट फाइटर जेट्स की डील की है. इनमें 22 राफेल मरीन सिंगल सीटर होंगे और 4 जेट्स ड्यूल सीटर होंगे, जो ट्रेनिंग के काम आएंगे.
5.विमानवाहक पोतों के लिए किया जा रहा डिजाइन
राफेल मरीन जेट्स विशेष रूप से विमानवाहक पोतों (Aircraft Carriers) INS विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य के लिए डिजाइन किए गए हैं. इससे भारतीय नौसेना की ताकत डबल हो जाएगी. इससे चीन और पाकिस्तान की टेंशन बढ़ने वाली है.
6.भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच डील
फ्रांस के साथ यह डील ऐसे समय हुई है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति बनी हुई है.