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उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में 1 और 2 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जिसमें मौसम विभाग ने आगाह किया है कि संवेदनशील या निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव और भूस्खलन का खतरा है. पहाड़ों पर बादलों ने तबाही मचा रखी है तो मैदानों में भी हाल बुरा है. जमशेदपुर में जहां मैदान थे, वहां तालाब हैं. इलाके के इलाके दरिया बन गए हैं.
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में 1 और 2 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जिसमें मौसम विभाग ने आगाह किया है कि संवेदनशील या निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव और भूस्खलन का खतरा है. पहाड़ों पर बादलों ने तबाही मचा रखी है तो मैदानों में भी हाल बुरा है. जमशेदपुर में जहां मैदान थे, वहां तालाब हैं. इलाके के इलाके दरिया बन गए हैं.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने की पुष्टि कर दी है. यह सामान्य तिथि 8 जुलाई से 9 दिन पहले आ चुका है. किसानों को राहत तो मिली है, लेकिन देश के कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा मंडराने लगा है.
हिमाचल प्रदेश में मानसून के आगमन के साथ ही तबाही की शुरुआत हो चुकी है. सोलन जिले में बारिश के चलते शिमला-कालका रेल सेवा बंद कर दी गई है. कुल्लू, मंडी और कांगड़ा में भूस्खलन से सड़कें जाम हो गई हैं. ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद पंडोह डैम के पांचों गेट खोल दिए गए हैं. अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी के बीच चारधाम यात्रा 24 घंटे के लिए स्थगित कर दी गई है. बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले तीर्थयात्रियों को रास्ते में ही रोक दिया गया है. उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना में 9 मजदूर लापता हो गए, जिनमें से 2 के शव बरामद हुए हैं.
जमशेदपुर, प्रयागराज, पाली (राजस्थान), मयूरभंज (ओडिशा) और रामगढ़ (झारखंड) जैसे शहरों में तेज बारिश और जलभराव ने आम जीवन को प्रभावित किया है. कई इलाकों में मैदान तालाब बन गए हैं और नदियां उफान पर हैं. भैरवी नदी में बहने से एक युवक की मौत हो गई है.
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 10-10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. आईएमडी के अनुसार, अगले 24 घंटे में बिलासपुर, चंबा, शिमला, मंडी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, हरिद्वार जैसे इलाकों में फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है. प्रशासन ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है.
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