Twitter
Advertisement

Diabetes Control: डायबिटीज है तो भूलकर भी न करें इन चीजों का सेवन, वरना तेजी से बढ़ेगा ब्लड शुगर, देखें लिस्ट

नेशनल अवॉर्ड मिलने के बाद शाहरूख खान का आया पहला रिएक्शन! SRK ने वीडियो जारी कर जताया आभार

Black And Thick Hair Remedy: बालों को बनाना है काला और घना? अपनाकर देखें दादी-नानी के जमाने के ये नुस्खे 

Sprouted Vegetables: फूड पॉइज़निंग का खतरा बढ़ाती हैं ये 3 अंकुरित सब्जियां, भूलकर भी न खाएं

Viral News: मुंबई से कोलकाता जा रही इंडिगो फ्लाइट में हाई वोल्टेज ड्रामा, यात्री ने दूसरे पैसेंजर को जड़ा थप्पड़

Tingling In Hands And Feet: बैठे-बैठे हाथ पैर में होती है झुनझुनी, कहीं आपमें तो नहीं इस विटामिन की कमी

Bihar Voter List 2025: बिहार में वोटर लिस्ट से 65 लाख से भी ज्यादा नाम हटे, इस जिले में सबसे ज्यादा कटौती

Rashifal 02 August 2025: कर्क और धनु वालों के व्यवसाय में होगी बढ़ोतरी, जानें आज मेष से मीन तक की राशियों का भाग्यफल

Numerology: इन 3 तारीखों में जन्मी लड़कियां आसानी से जीत लेती हैं लड़कों का दिल, फिजूलखर्ची के होती हैं खिलाफ

30 करोड़ की संपत्ति का मालिक निकला 15 हजार कमाने वाला क्लर्क, 40 एकड़ ज़मीन-24 घर... जानिए जांच में क्या-क्या मिला

Kanya Sankranti 2022: कन्या संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करने से मिलता है लाभ, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

कन्या संक्रांति के दिन विशेष तौर पर सूर्य देव की पूजा की जाती है. इस दिन पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण करना शुभ माना जाता है.

Kanya Sankranti 2022: कन्या संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करने से मिलता है लाभ, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

कन्या संक्रांति में सूर्य पूजा से दूर होती हैं समस्याएं  

डीएनए हिंदी : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी सूर्य देव किसी राशि मे प्रवेश करते हैं तो उस से संबंधित राशि के अनुसार संक्रांति मनाई जाती है. 17 सितंबर को सूर्य देव का कन्या राशि मे प्रवेश करने का योग बन रहा है इसलिए 17 सितंबर को कन्या संक्रांति  (Kanya Sankranti) मनाई जाएगी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन सूर्य देव (Sun Transit) सिंह राशि से निकल कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे जिसके बाद पूरे एक महीने तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे  (Kanya Sankranti 2022 Date).

कन्या संक्रांति में सूर्य पूजा से दूर होती हैं समस्याएं  

कन्या संक्रांति के दिन सूर्य को नियमानुसार अर्ध्य देने से नौकरी व व्यापार संबंधी समस्याएं दूर होती हैं साथ ही इस दिन सूर्य देवता की पूजा करने से जीवन में यश, कीर्ति, तेज और दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है. कन्या संक्रांति में सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है. 

यह भी पढ़ें: महिलाएं भी कर सकती हैं श्राद्ध व पिंडदान, केवल इन नियमों का रखना होगा खयाल 

 

यह है महत्व  (Significance of Kanya Sankranti)

कन्या संक्रांति के दिन पूर्वजों की आत्मा की संतुष्टि के लिए निमित्त तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करना शुभ माना जाता है(Pitru paksha 2022). इसके साथ ही इस दिन भगवान विश्वकर्मा के जन्मोत्सव के रूप में विश्वकर्मा पूजा भी मनाया जाएगा. इस दिन विशेष रूप से औजारों की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा ने देवताओं के महल और शास्त्रों का निर्माण किया था. इसलिए इस दिन खासतौर पर औजारों की पूजा की जाती है. 


यह है शुभ मुहूर्त  

पुण्य काल मुहूर्त - सुबह 07:36 से दोपहर 02:08 मिनट तक 

महा पुण्यकाल मुहूर्त - सुबह 07:36 मिनट से सुबह 09:38 मिनट तक 

कन्या संक्रांति सही समय  सुबह 07:36 मिनट पर

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर


 

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement