Twitter
Advertisement

भारत के सरकारी बैंकों में किसका स्टाफ है सबसे भारी? ये रही टॉप 5 Employer Banks की लिस्ट

बॉस से ज्यादा स्मार्ट और इंटेलीजेंट बना देंगी ये आदतें, ऑफिस में कायम होगी आपकी बादशाहत 

झारखंड के पूर्व CM और पूर्व केंद्रीय मंत्री Shibu Soren का निधन, किडनी संबंधी समस्या के चलते अस्पताल में थे भर्ती

'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' लड़का जो कभी करता था वेटर का काम, अब इस पद पर हुआ 'सुपरकॉप' दया नायक का प्रमोशन

Diabetes Symptoms In Men: पुरुषों में डायबिटीज होने पर शरीर देता है ये चेतावनियां, समय रहते दें ध्यान नहीं दिया तो शुगर होगी अनकंट्रोल

White vs Brown Bread: सफेद या ब्राउन ब्रेड कौन ज्यादा हेल्दी? अगर कंफ्यूज हैं तो पढ़ें ये रिपोर्ट, खुल जाएंगे ज्ञान के सारे चक्क्षु 

SSC Stenographer Admit Card 2025: एसएससी स्टेनोग्राफर इंटीमेशन स्लिप जारी, जानें कब से डाउनलोड कर पाएंगे एडमिट कार्ड

फैट बर्नर पिल की तरह कमर और पेट की चर्बी जला देंगे ये फूड, 7 दिनों का ये वेजिटेरियन डाइट फॉलो करें

Workout Reduce Cancer Risk: रोजाना सिर्फ एक वर्कआउट से कैंसर का खतरा 30% कम! जानिए नई रिसर्च क्या कहती है

HP Police Result 2025: हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी, hppsc.hp.gov.in पर ऐसे करें चेक

Bageshwar Dham के Dhirendra Krishna Shastri की कहानी, कभी एक टाइम का खाना मिलना होता था मुश्किल, फिर यूं पलट गई किस्मत

Bageshwar Dham Sarkar: आज के समय में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के लाखों की संख्या में अनुयायी है एक समय ऐसा था जब उन्हें एक समय का खाना मिलना मुश्किल था.

Latest News
Bageshwar Dham के Dhirendra Krishna Shastri की कहानी, कभी एक टाइम का खाना मिलना होता था मुश्किल, फिर यूं पलट गई किस्मत

Bageshwar Dham Sarkar

डीएनए हिंदीः बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) के पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) पिछले लंबे समय से चर्चा में रहे हैं. हाल में ही वह बिहार में कथा करने के कारण भी चर्चा में हैं. बिहार में पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) की कथा में करीब 10 लाख से भी ज्यादा लोगों ने शिरकत की. हालांकि भारी भीड़ के कारण दरबार को कैंसिल करना पड़ा. इस बात से पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) की सफलता और उनके भक्तों की अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि एक समय ऐसा भी था जब बागेश्वर धाम वाले बाबा (Bageshwar Dham Baba) को एक समय का खाना मिलना मुश्किल था. तो चलिए पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) की कहानी के बारे में आपको बताते हैं.

बागेश्वर धाम का इतिहास (Bageshwar Dham History)
मध्य प्रदेश के छतरपुर के पास एक गढ़ा जगह है यहीं पर बागेश्वर धाम हैं. बागेश्वर धाम में हर मंगल और शनिवार को भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. यहां पर मौजूद बालाजी हनुमान मंदिर सैकड़ों साल पुराना है. मंदिर में साल 1987 में संत सेतु लाल जी आए थे. इन्हें भगवान दास जी महाराज के नाम से भी जाना जाता है. इन्होंने चित्रकूट के निर्मोही अखाड़े से दीक्षा प्राप्त की थी. यहां से दीक्षा प्राप्त करने के बाद ही वह गड़ागंज पहुंचे थे. बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री इनके ही पौत्र हैं. साल 2012 से बागेश्वर धाम की सिद्ध पीठ पर श्रद्धालुओं की समस्या का निवारण करना शुरू हुआ था.

यह भी पढ़ें - Hindu Temple: इस मंदिर में जाने से कतराते हैं लोग, दूर से ही जोड़ लेते हैं हाथ, जानें क्या है मंदिर से जुड़ी मान्यता

पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri)
वर्तमान समय में बागेश्वर धाम की बागडोर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के हाथों में है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जन्म मध्य प्रदेश के छतरपूर जिले के गड़ागंज गांव में हुआ था. पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बचपन आर्थिक तंगी में बीता है. एक समय पर उन्हें खाना तक नहीं मिल पाता था. पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और मां सरोज गर्ग हैं. ऐसा कहा जाता है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने 11 साल की उम्र में ही बागेश्वर धाम की पूजा करना शुरू कर दिया था. बता दें कि, पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार में भक्तों का पर्चा पढ़कर उनक समस्याओं समाधान करते हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement