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महाराष्ट्र के नवी मुंबई में नेरुल रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेन के डिब्बे के ऊपर रील बनाने की कोशिश करते समय बिजली का झटका लगने से 16 वर्षीय एक लड़के की मौत हो गई.
सोशल मीडिया पर रील्स और वायरल कंटेंट बनाने की बढ़ती सनक ने एक और मासूम जान ले ली. महाराष्ट्र के नवी मुंबई स्थित नेरुल रेलवे स्टेशन पर एक 16 वर्षीय लड़के की रील बनाते समय बिजली का झटका लगने से मौत हो गई. यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि हमारे समाज में डिजिटल प्रसिद्धि की अंधी दौड़ पर भी सवाल खड़ा करती है.
6 जुलाई को नवी मुंबई के बेलापुर निवासी आरव श्रीवास्तव अपने दोस्तों के साथ नेरुल रेलवे स्टेशन गया था. स्टेशन पर खड़ी एक कचरे से लदी ट्रेन के डिब्बे पर वह चढ़ गया और रील बनाना शुरू कर दिया. इसी दौरान आरव का हाथ ऊपर से गुजर रहे हाई-वोल्टेज तार के संपर्क में आ गया. उसे जोरदार बिजली का झटका लगा और वह नीचे गिर गया.
इस हादसे में आरव के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं और वह लगभग 60 प्रतिशत तक जल गया. तुरंत उसे ऐरोली के बर्न्स अस्पताल ले जाया गया, जहां वह छह दिनों तक मौत से संघर्ष करता रहा. अंततः शनिवार रात को उसकी मृत्यु हो गई.
वाशी जीआरपी के वरिष्ठ निरीक्षक किरण उंद्रे ने बताया कि इस घटना की जांच की जा रही है. फिलहाल पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है. यह हादसा एक चेतावनी है कि रेलवे जैसे संवेदनशील और खतरनाक स्थानों पर रील बनाना कितना जानलेवा हो सकता है.
यह पहला मामला नहीं है जब रील बनाने के चक्कर में किसी की जान गई हो. इससे पहले महाराष्ट्र के सातारा में कुछ युवक टेबल प्वाइंट पर कार स्टंट करते हुए हादसे का शिकार हो गए थे. स्टंट के दौरान कार पहाड़ी से नीचे गिर गई और एक युवक की जान चली गई.
आज की डिजिटल पीढ़ी में सोशल मीडिया पर लाइक्स और फॉलोअर्स पाने की होड़ इतनी बढ़ गई है कि बच्चे और किशोर अपने जीवन को खतरे में डालने से भी नहीं चूक रहे. अभिभावकों, स्कूलों और समाज को मिलकर इस दिशा में गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता है.