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टैरिफ के मुद्दे पर एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जुबान फिसली है और उन्होंने खुद को शरीफ आदमी और चीन को धोखेबाज बता दिया है. एक्सपर्ट्स मासांते हैं कि ट्रंप का ये बयान अमेरिका और चीन के रिश्तों को प्रभावित करेगा.
अपने टैरिफ को लेकर लगातार आलोचनाओं का सामना करने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ऐसा बहुत कुछ कह दिया है जिससे चीन और अमेरिका के रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं. माना जा रहा है कि जो कुछ भी ट्रंप ने कहा है उससे दोनों मुल्कों के बीच एक बिलकुल नई तरह का गतिरोध जन्म ले सकता है. दरअसल हुआ कुछ यूं है कि ट्रंप ने ये कहकर विवाद की आंच तेज कर दी है कि वह चीन के लिए 'Mr. Nice Nice Guy' बने, लेकिन बीजिंग की ओर से उन्हें व्यापारिक समझौते के मुद्दे पर सिर्फ और सिर्फ धोखा मिला.
अपनी बातों को कहने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ का सहारा लेते हुए कहा है कि टैरिफ की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई. चीन की गंभीर आर्थिक स्थिति को देखते हुए व्यापारिक समझौते पर बात बनी थी, ताकि वहां के हालात में सुधार हो.
ट्रंप ने दावा किया कि टैरिफ की वजह से चीन में कई फैक्ट्रियां बंद हो गईं और वहां आंतरिक अशांति पैदा हो गई. व्यापारिक समझौते के तहत अमेरिका ने टैरिफ 145 145 फीसदी से घटाकर 30 फीसदी कर दिया और चीन ने 125 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी टैरिफ कर दिया गया था. यह डील 90 दिनों के लिए थी.
ट्रंप के अनुसार इस व्यापारिक समझौते से बीजिंग में हालात सामान्य होने लगे थे. लेकिन अब चीन ने इसे कथित तौर पर तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि मैं 'Mr. Nice Guy' बना, लेकिन चीन ने इसे निरर्थक साबित किया.
बताते चलें कि अभी बीते दिनों ही यूएस ट्रेज़री सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट ने कहा था कि व्यापारिक समझौते को लेकर चीन और अमेरिका के बीच अभी बातचीत रुक गई. हालांकि, ऐसी उम्मीद है कि राष्ट्रपति ट्रंप और शी जिनपिंग की प्रत्यक्ष बातचीत से तनाव खत्म हो सकता है. हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि चीन ने कैसे व्यापारिक समझौते का उल्लंघन किया.
बहरहाल, अमेरिका के राष्ट्रपति की ये बातें दोनों मुल्कों में तल्खी बढ़ाती हैं या फिर जिनपिंग इसे नजरअंदाज कर देते हैं इसका फैसला तो वक़्त करेगा लेकिन जो वर्तमान है उसे देखते हुए एक्सपर्ट्स यही मान रहे हैं कि चीन को धोखेबाज बताकर ट्रंप ने बिलकुल भी ठीक नहीं किया.