दुनिया
हमास के बाद गाजा में एक और संगठन सुर्ख़ियों में है जिसका नाम पॉपुलर फ़ोर्सेज़ है. यह इज़रायल समर्थित सशस्त्र समूह है जिसके निर्माण का उद्देश्य गाज़ा में हमास और उसके शासन को चुनौती देना है. राफ़ा में अपनी गतिविधियों के ज़रिए ये स्थनीय लोगों के नजदीक आने की कोशिश कर रहा है.
इज़रायल समर्थित और कथित फ़िलिस्तीनी सशस्त्र समूह, पॉपुलर फ़ोर्सेज़, गाज़ा में हमास और उसके शासन को चुनौती देने के उद्देश्य से उभरा है. समूह अब दावा करता है कि उसे इज़रायल का समर्थन प्राप्त है. राफ़ा में अपनी गतिविधियों के ज़रिए, यह समूह मानवीय सहायता को हमास से जुड़े समूहों द्वारा 'लूट, भ्रष्टाचार और संगठित चोरी' से बचाता है. समूह ने यूरोन्यूज़ को बताया कि वे पहली बार जून 2024 में एक साथ आए थे, और कहा कि उनका किसी राजनीतिक संघर्ष से कोई संबंध नहीं है और वे पेशेवर लड़ाके नहीं हैं.
समूह ने यूरोन्यूज़ को दिए एक बयान में कहा, 'हम राज्य का विकल्प नहीं हैं, न ही हम किसी राजनीतिक संघर्ष में शामिल हैं. हम पेशेवर लड़ाके नहीं हैं... क्योंकि हम गुरिल्ला युद्ध की रणनीति में शामिल नहीं हैं.'
समूह के प्रवक्ता ने दावा किया कि हमास ने कमांडर यासर के परिवार के सदस्यों सहित उनके 50 से ज़्यादा स्वयंसेवकों की हत्या कर दी, जब वे सहायता काफिलों की रखवाली कर रहे थे.
समूह के नेता यासर अबू शबाब ने खुलासा किया कि उनका समूह राफा में इज़राइली सेना के साथ 'समन्वय' कर रहा है. शबाब ने इज़राइली सार्वजनिक प्रसारक KAN को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उनका समूह इज़राइल के साथ 'समर्थन और सहायता' के मामले में सहयोग कर रहा है, लेकिन 'सैन्य कार्रवाई' नहीं कर रहा है.
उन्होंने आगे ज़ोर देकर कहा कि ये कार्रवाई पूरी तरह से उनके समूह द्वारा की जा रही है.
आइये गहराई से जानें क्या है पॉपुलर फ़ोर्सेज़
फ़िलिस्तीनी सशस्त्र समूह, पॉपुलर फ़ोर्सेज़ में 300 सदस्य हैं, जिनमें पूर्व फ़िलिस्तीनी सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं. एक कबीले, एक आपराधिक समूह या एक निगरानी समूह के रूप में लोकप्रिय, शबाब समूह राफ़ा में इज़राइली सेना के साथ काम कर रहा है.
मई में, समूह ने अपने नए लोगो के साथ अपना आधिकारिक फ़ेसबुक पेज लॉन्च किया और सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करना शुरू किया. यह ऐसे समय में हुआ जब इज़राइल ने शबाब गिरोह को हथियार देने की बात स्वीकार की.
फ़ेसबुक पर, यह समूह खुद को 'सभी के लिए एक सुरक्षित मातृभूमि के लिए आतंकवाद के ख़िलाफ़ सच्चाई की आवाज़' बताता है. इसके अलावा, इस समूह पर गाज़ा ह्यूमैनिटेरियन फ़ाउंडेशन (GHF) के साथ काम करने का भी आरोप लगाया गया है.
समूह दावा करता रहा है कि हमास आतंकवादी समूह गाजा में सहायता लूट रहा है, जबकि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह ने युद्ध से लाभ कमाने और मानवीय सहायता चोरी के आरोपों को खारिज कर दिया है.