दुनिया
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने एक पत्रकार पर हमला किया है. मोचा बेजिरगन नाम के इस पत्रकार ने खालिस्तान समर्थकों पर गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि उसके साथ न केवल मार पीट हुई बल्कि उसका फोन तक छीन लिया गया.
कनाडा में खालिस्तान ने फिर एक बार अपने विकृत चेहरे को दुनिया के सामने जाहिर किया है. दरअसल कनाडा में इस बार खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर एक पत्रकार आया है.मोचा बेजिरगन नाम के इस पत्रकार ने खालिस्तान समर्थकों पर गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि एक रैली की रिपोर्टिंग के दौरान उसपर हमला किया गया और साथ ही उसे धमकी भी दी गई.
मोचा के मुताबिक उसे एडिटोरियल फ्रीडम और खालिस्तान से संबंधित विरोध प्रदर्शनों की अपनी पुरानी कवरेज लिए इतना कुछ झेलना पड़ा. बताया जा रहा है कि खालिस्तान समर्थकों की तरफ से आयोजित एक रैली को कवर करने के लिए पहुंचे बेज़िरगन को जानबूझ कर खालिस्तान समर्थकों ने अपने निशाने पर लिया और उसके साथ मारपीट और धक्का मुक्की की.
X पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बेज़िरगन ने कहा कि 'यह सिर्फ़ 2 घंटे पहले की बात है और मैं अभी भी कांप रहा हूं. मुझे कई खालिस्तानियों ने घेर लिया था, जो गुंडों की तरह बर्ताव कर रहे थे. उन्होंने मुझे घेर लिया, धमकाया, मेरे साथ मारपीट की और मेरे हाथ से मेरा फ़ोन छीन लिया.'
“What’s up now bro!?”
— Mocha Bezirgan 🇨🇦 (@BezirganMocha) June 8, 2025
Here’s the view from my main camera of two Khalistani thugs blocking my exit as I try to get away from a serial harasser who can’t keep his distance from me.
These intimidation tactics won’t stop me or influence my editorial independence. pic.twitter.com/jXU1uTZDmV
बेज़िरगन का आरोप है कि उन पर उस व्यक्ति ने हमला किया जो बीते कुछ वक़्त से उन्हें न केवल ट्रोल बल्कि बहुत परेशान कर रहा था. मामले पर अपना पक्ष रखते हुए बेज़िरगन ने कहा है कि, 'मैं कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका, न्यूजीलैंड में खालिस्तान विरोध प्रदर्शनों को कवर करता रहा हूं. मेरा एकमात्र मकसद स्वतंत्र पत्रकारिता करना और जो कुछ हो रहा है उसे रिकॉर्ड करना और रिपोर्ट करना है और क्योंकि मैं संपादकीय रूप से स्वतंत्र हूं, इससे कुछ लोग निराश होते हैं.'
बेज़िरगन ने कहा है कि खालिस्तान समर्थन उनकी पत्रकारिता को खरीदना चाहते हैं. अपनी सफाई में पत्रकार ने कहा है कि मेरा एकमात्र मकसद स्वतंत्र पत्रकारिता करना और जो कुछ हो रहा है उसे रिकॉर्ड करना और रिपोर्ट करना है और क्योंकि मैं संपादकीय रूप से स्वतंत्र हूं, इसलिए कुछ लोग इस बात को पचा नहीं पाते हैं.