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क्रिकेट लवर्स के लिए बड़ी खबर है. 1900 के बाद पहली बार क्रिकेट ओलंपिक खेलों में वापस आएगा. बताया जा रहा है कि छह पुरुष टीमें और इतनी ही महिला टीमें 2028 में लॉस एंजिल्स में होने वाले खेलों का हिस्सा होंगी.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने इस बात पर मोहर लगा दी है कि 128 सालों में पहली बार क्रिकेट ओलंपिक खेलों में वापसी करेगा. बताया यह भी गया है कि 2028 में लॉस एंजिल्स में आयोजित होने वाले ओलंपिक में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में छह टीमें हिस्सा लेंगी और प्रत्येक स्पर्धा में कुल 90 खिलाड़ी भाग लेंगे. कहा यह भी जा रहा है कि मैच टी20 खेले जाएंगे। बता दें कि क्रिकेट उन पांच नए खेलों में से एक है जिन्हें लॉस एंजिल्स ओलंपिक में शामिल किया जाएगा, इसके साथ ही इसमें स्क्वैश, फ्लैग फुटबॉल, बेसबॉल/सॉफ्टबॉल और लैक्रोस भी शामिल हैं.
ओलंपिक में क्रिकेट के लिए योग्यता मानदंड अभी तय नहीं किए गए हैं. टेस्ट और वनडे प्रारूपों के विपरीत, टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट लगभग 100 देशों द्वारा खेला जाता है, जिससे योग्यता प्रक्रिया एक दिलचस्प चुनौती बन जाती है. मेजबान के रूप में, यूएसए को टूर्नामेंट में सीधे प्रवेश मिल सकता है.
लॉस एंजिल्स ओलंपिक के लिए कार्यक्रम को आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने बुधवार, 9 अप्रैल को मंजूरी दे दी. 2028 के खेलों में कुल 351 पदक स्पर्धाएं होंगी- जो पेरिस ओलंपिक से 22 ज़्यादा हैं. आईओसी ने घोषणा की कि कोर एथलीट कोटा 10,500 पर बना रहेगा, साथ ही पांच नए खेलों में 698 अतिरिक्त एथलीट आवंटित किए जाएंगे.
गौरतलब है कि क्रिकेट ने हाल ही में प्रमुख बहु-खेल आयोजनों में पुनरुत्थान देखा है. बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में, महिला क्रिकेट को पहली बार शामिल किया गया, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने स्वर्ण और भारत ने रजत जीता. हांग्जो में आयोजित 2023 एशियाई खेलों में, 14 पुरुष टीमों और 9 महिला टीमों ने भाग लिया, जिसमें भारत ने दोनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीता.
लॉस एंजिल्स खेलों में क्रिकेट को शामिल करने की प्रक्रिया अगस्त 2021 में शुरू हुई, जब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने औपचारिक रूप से इसके समावेश के लिए अभियान चलाने की अपनी मंशा की घोषणा की. इसके कारण ICC और LA28 आयोजन समिति के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास हुआ, जिसका समापन अक्टूबर 2023 में हुआ जब क्रिकेट को आधिकारिक तौर पर पांच नए खेलों में से एक के रूप में प्रस्तावित किया गया.
आईसीसी के चेयरमैन जय शाह पहले से ही ब्रिस्बेन 2032 सहित भविष्य के ओलंपिक खेलों में क्रिकेट की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक रणनीति पर काम कर रहे हैं. पूर्व बीसीसीआई सचिव ने 2028 में क्रिकेट को ओलंपिक मंच पर लाने के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.