धर्म
अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार समेत आठ मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा 3 जून यानी आज मंगलवार से शुरू हो गई है और ये 5 जून तक चलेगी. राम मंदिर में भक्तों के आने का सिलसिला सुबह से ही शुरु हो गया है.
श्री राम जन्मभूमि निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह 5 जून तक चलेगा और इस दौरान राम दरबार की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके अलावा परिसर में 8 अन्य मंदिर बनाए गए हैं और उन मंदिरों के लिए भी धार्मिक समारोह उसी दिन आयोजित किए जाएंगे.
बता दें कि मंदिर का निर्माण 5 जून तक पूरा हो जाएगा, सिवाय भगवान राम की कहानी को दर्शाने वाले भित्ति चित्रों के, जिन्हें मंदिर के निचले हिस्से में लगाया जाना है. इस अवसर पर संतों और साधुओं की उपस्थिति का अनुरोध करने वाले निमंत्रण में मंदिर के चारों ओर बनाए जा रहे आयताकार घेरे का विवरण दिया गया है, जिसके कोनों पर चार मंदिर और दोनों ओर दो मंदिर होंगे.
इसमें आगे बताया गया है कि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसमें उत्तर-पूर्व कोने में शिव लिंग, दक्षिण-पूर्व कोने में भगवान गणेश, दक्षिण दिशा के मध्य में भगवान हनुमान, दक्षिण-पश्चिम कोने में भगवान सूर्य, उत्तर-पश्चिम कोने में देवी भगवती और उत्तरी दिशा के मध्य में मंदिर में देवी अन्नपूर्णा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. परिसर के दक्षिणी हिस्से के बाहर एक अन्य मंदिर में शेषावतार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
गंगा दशहरा तक चलेगा आयोजन
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम मंगलवार को शुरू होगा और गुरुवार को गंगा दशहरा के अवसर पर समाप्त होगा. बता दें कि 3 से 5 जून तक अयोध्या में तीन दिवसीय वैदिक अनुष्ठान का होंगे. गंगा दशहरा के पावन अवसर पर राम दरबार की विधिवत प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी जिसके लिए देश भर से करीब 11 विद्वान आचार्य पहुंचें हैं.
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