लाइफस्टाइल
कुछ लोगों के शरीर के कुछ हिस्से धीरे-धीरे सफ़ेद होने लगते हैं. इसे विटिलिगो कहते हैं. विटिलिगो मेलानोसाइट्स नामक कोशिकाओं के नष्ट होने के कारण होता है, जो हमारे शरीर में मेलेनिन नामक रंगद्रव्य का उत्पादन करते हैं.
विटिलिगो कोई संक्रामक बीमारी नहीं है, इसलिए इसका समग्र स्वास्थ्य पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ता. लेकिन यह बीमारी समाज में दूसरों के सामने आपका आत्मविश्वास खो देती है. इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए कई लोग महंगे उपचारों पर लाखों रुपये खर्च कर देते हैं. लेकिन अब यह जरूरी नहीं है. घर और रसोई में उपलब्ध कुछ सामग्रियों का उपयोग करके इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है. तो आइए जानते हैं कैसे करें.
एप्पल साइडर विनेगर: एप्पल साइडर विनेगर त्वचा से बैक्टीरिया को हटाता है और पीएच लेवल को संतुलित रखता है. इसे पानी में मिलाकर विटिलिगो के दाग वाली जगह पर लगाना चाहिए. इसके अलावा, आप नहाते समय नहाने के पानी में एप्पल साइडर विनेगर की कुछ बूंदें मिला सकते हैं. ऐसा नियमित रूप से करने से विटिलिगो के दाग की समस्या कम हो जाएगी.
नारियल का तेल: नारियल का तेल त्वचा को नमीयुक्त रखता है. यह त्वचा के प्राकृतिक रंग को भी बनाए रखता है. यह मेलेनिन के उत्पादन को बढ़ाता है. रात को सोने से पहले सफ़ेद दागों पर नारियल का तेल लगाएँ और दो से तीन हफ़्ते तक मालिश करें. आपको अच्छे परिणाम दिखेंगे.
नीम और तुलसी का रस: नीम और तुलसी दोनों ही त्वचा के लिए अच्छे होते हैं. इनमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं. ये विटिलिगो जैसी त्वचा की समस्याओं से लड़ते हैं और मेलेनिन के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं, जो त्वचा के रंग को बनाए रखता है. नीम और तुलसी के पत्तों को अच्छी तरह पीसकर उनसे निकाले गए रस को दाग-धब्बों पर लगाने से अच्छे परिणाम मिलते हैं.
रागी: रागी में मौजूद पोषक तत्व विटिलिगो की समस्या को ठीक करते हैं. ये शरीर को अंदरूनी रूप से मजबूत बनाते हैं और त्वचा के स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये त्वचा की रंगत को खोने से बचाते हैं. रागी से बने विभिन्न व्यंजन जैसे ब्रेड और बिस्किट आदि का सेवन करें. इससे विटिलिगो की समस्या का प्राकृतिक समाधान मिलता है.
हल्दी और सरसों का तेल: हल्दी और सरसों का तेल सफेद दाग के शुरुआती लक्षणों को कम कर सकता है. इनका उल्लेख आयुर्वेद में भी किया गया है. लगभग 250 मिली सरसों के तेल में 2 चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें. इसे दिन में दो बार सफ़ेद दागों पर लगाने से बीमारी ठीक हो जाएगी.
कुछ अन्य सावधानियां: विशेषज्ञों का कहना है कि विटिलिगो को कम करने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. धूप में बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना, केमिकल युक्त सौंदर्य उत्पादों से बचना, संतुलित आहार लेना और तनाव मुक्त जीवनशैली का पालन करना त्वचा के स्वास्थ्य में मदद कर सकता है.
(Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. इस पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.)
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