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Punjab News: तरन तारन के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहेल कैंसर से जूझ रहे थे. उनका निधन अमृतसर में इलाज के दौरान अस्पताल में हुआ है, जिसके बाद मुख्यमंत्री Bhagwant Mann और अन्य नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है.
Punjab News: पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के एक और विधायक का निधन हो गया है. तरन तारन के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहेल का अमृतसर के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया है, जहां वे कैंसर का इलाज कराने के लिए भर्ती हुए थे. कैंसर की आखिर स्टेज से जूझ रहे डॉ. सोहेल की हालत बेहद खराब हो गई थी, जिसके चलते डॉक्टर तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें नहीं बचा सके. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann), AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और अन्य नेताओं ने डॉ. सोहेल के निधन पर दुख जताया है. 66 साल के डॉ. सोहेल पहली बार विधायक बने थे. उनकी पहचान जनता के बीच राजनेता से ज्यादा एक डॉक्टर और एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर थी. इसी कारण उनके निधन पर समाज के सभी वर्गों ने दुख जताया है.
भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर जताया दुख
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा,'हमारी पार्टी के तरन तारन विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहेल के अचानक निधन की दुखद खबर मिली है. बेहद दुखद है. वह बेहद परिश्रमी और समर्पित नेता थे. उनके परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में शोक संवेदनाएं हैं.' केजरीवाल ने भी इस खबर को बेहद दुखद बताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा है. आप के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने डॉ. सोहेल को बेहद ईमानदार और हमेशा जनता के लिए जुटा रहने वाला ऐसा नेता बताया है, जिसे राजनीतिक दायरों से इतर सभी दलों से सम्मान मिलता था.
कौन थे डॉ. सोहेल
साल 1958 में जन्मे डॉ. कश्मीर सिंह सोहेल पेशे से नेत्र विशेषज्ञ (ophthalmologist) थे. उन्होंने अपना मेडिकल करियर 1986 में मीनाविंड के सरकारी अस्पताल में पोस्टिंग के साथ शुरू किया था. बाद में उन्हें तरन तारन के सिविल अस्पताल में पोस्टिंग दी गई थी. उन्होंने पंजाब में आतंकवाद के चरम के दौर में काम किया था और साल 2013 में सीनियर मेडिकल ऑफिसर के पद से रिटायर हुए थे.
राजनीति में आने से पहले ही समाजसेवा में कमाया नाम
डॉ. सोहेल ने राजनीति में कदम रखने से पहले ही समाजसेवा में बेहद नाम कमा लिया था. खासतौर पर उन्हें तरन तारन को जिले का दर्जा दिलाने के लिए की गई भूख हड़ताल और स्कूलों में फीस की मनमानी बढ़ोतरी के खिलाफ पेरेंट्स एसोसिएशन के गठन के लिए याद किया जाता है. उन्होंने साल 2014 में आप को जॉइन किया था और साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें तरन तारन सीट से टिकट मिला था. उन्होंने चुनाव में तरन तारन सीट से तीन बार के विधायक और शिरोमणि अकाली दल के नेता हरमीत सिंह संधू को 13,588 वोट से हराया था. उनकी पहचान अपने साथियों के बीच प्रतिबद्ध जनसेवक के तौर पर थी, जिसने खामोशी से काम करते हुए हेल्थकेयर और राजनीति, दोनों सेक्टर में अपना प्रभाव छोड़ा था.