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कानपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान का स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर का खेल अब चलने वाला नहीं है. अगर मैं सीधे-सीधे कनपुरिया में कहूं कि दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा.
अरबों रुपये के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण करने के सिलसिले में कानपुर पहुंचे पीएम मोदी ने एक बेहद अलग अंदाज में दुश्मन को चेतावनी दी और गर्दा उड़ाकर रख दिया. कनपुरिया स्वैग में मंच से बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 'दुश्मन कहीं भी हो हौंक दिया जाएगा.' वहीं पीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी खत्म नहीं हुआ है. पीएम मोदी ने इस बात का भी जिक्र किया कि ये नया भारत है, जो घर में घुसकर दुश्मन को मिट्टी में मिलाना जानता है.
बता दें कि कानपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान का स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर का खेल अब चलने वाला नहीं है. अगर मैं सीधे-सीधे कनपुरिया में कहूं कि दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा.
'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों और मेक इन इंडिया की ताकत भी देखी है. हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है. जहां टारगेट तय किया, वहां धमाके किए. ये ताकत हमें आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से मिली है.
बात आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है. हमने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकाने और घर में घुसकर सैकड़ों मिल अंदर जाकर तबाह कर दिए. हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की सिफारिश करने लगा.
#WATCH कानपुर (उत्तर प्रदेश): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, " पाकिस्तान का राज्य और गैर राज्य एक्टर का खेल अब चलने वाला नहीं है। अगर मैं सीधे-सीधे कानपुरिया में कहूं कि दुश्मन कहीं भी हो, होंक दिया जाएगा। #OperationSindoor में दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों और मेक इन… https://t.co/oSCOkO8VlL pic.twitter.com/5tKYWqLqlD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 30, 2025
इस दौरान पीएम ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है.
पीएम मोदी ने कि कहा कि भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं. पहला- भारत हर आतंकी हमले का करारा जवाब देगा, उसका समय, तरीका और शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी. दूसरा - भारत अब एटम बम की गीदड़भभकी से नहीं डरेगा और न ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा. तीसरा - आतंक के आका और आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा.