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Delhi News: पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन राष्ट्रीय राजधानी के चांदनी चौक इलाके में मौजूद है, जिसे साल 1864 में दिल्ली के पहले रेलवे स्टेशन के तौर पर जाना जाता है.
Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली के पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन (Old Delhi Railway Station) का नाम बदलने की तैयारी की जा रही है. दिल्ली के इस सबसे पहले रेलवे स्टेशन का नाम जल्द ही महाराजा अग्रसेन रेलवे स्टेशन (Maharaja Agrasen Railway Station) हो सकता है. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Railway Minister Ashwini Vaishnaw) को पत्र लिखकर आग्रह किया है. उन्होंने 19 जून को लिखे पत्र में इसे महाराजा अग्रसेन के प्रति श्रद्धांजलि बताया है, जो अहिंसा, शांति और सामाजिक न्याय का प्रतीक माने जाते हैं.
क्या लिखा है पत्र में दिल्ली की सीएम ने
सीएम रेखा गुप्ता ने पत्र में लिखा,'मैं आपसे पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम महाराजा अग्रसेन के सम्मान में बदलने की तरफ ध्यान देने का आग्रह कर रही हूं, जो एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व थे, जिनकी विरासत का भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास पर और खासौतर पर दिल्ली में, गहरा प्रभाव पड़ा है. स्टेशन का नाम बदलकर महाराजा अग्रसेन रेलवे स्टेशन रखना उनके योगदान के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी और यह दिल्ली के लाखों निवासियों की भावनाओं से गहराई से जुड़ेगा, जो उनका बहुत सम्मान करते हैं.' उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन के अनगिनत फॉलोअर्स लगातार दिल्ली के आर्थिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में अहम भूमिका निभा रहे हैं.
दिल्ली का पहला रेलवे स्टेशन है पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन
चांदनी चौक इलाके में बना पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन दिल्ली का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है. दिल्ली के इस पहले रेलवे स्टेशन का निर्माण साल 1864 में हुआ था. यमुना पर लोहे का पुल बनने के बाद 1 जनवरी, 1867 को इस रेलवे स्टेशन पर पहली ट्रेन पहुंची थी. लाल किले के करीब बने रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग को विक्टोरियन-गॉथिक आर्किटेक्चरल स्टाइल में भारतीय वास्तुकला को जोड़कर बनाया गया था. इसकी मौजूदा इमारत का निर्माण 1893 में शुरू हुआ था, जिसे साल 1903 में पूरा होने के बाद आम जनता के लिए खोला गया था.
1903 में बनी थी स्टेशन की मौजूदा इमारत
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन उत्तर भारत का भी पहला रेलवे स्टेशन था. इस स्टेशन के बनने पर ही कलकत्ता-दिल्ली रेलवे लाइन की शुरुआत हुई थी. इसके बाद साल 1904 में यहां से आगरा-दिल्ली रेल लाइन की शुरुआत हुई थी. दिल्ली जंक्शन के नाम से मशहूर यह रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे नेटवर्क में बेहद अहम हब के तौर पर जगह रखता है, जिस पर 18 प्लेटफॉर्म्स बने हुए हैं. इनमें से दो प्लेटफॉर्म पर 24 डिब्बों वाली रेल खड़ी हो सकती है.
कौन थे महाराजा अग्रसेन
महाराजा अग्रसेन हरियाणा के मौजूदा हिसार जिले में अग्रोहा के राजा थे. सूर्यवंशी क्षत्रिय वंश के महान भारतीय राजा के तौर पर उन्हें याद किया जाता है. माना जाता है कि वे भगवान राम के पुत्र कुश की 34वीं पीढ़ी के वंशज थे. महाराजा अग्रसेन को समाजवाद के प्रणेता के तौर पर याद किया जाता है, जिनके शासन में समानता, न्याय और अहिंसा को प्राथमिकता दी जाती थी. उन्हें ही अग्रवाल समुदाय का पितामह माना जाता है. महाराजा अग्रसेन ने अपने राज्य में आने वाले हर नए परिवार को समर्थ बनाने के लिए 'एक ईंट, एक रुपया' देने की प्रथा शुरू की थी.
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