Twitter
Advertisement

Cloud Burst In Uttarkashi: उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से खीर गंगा में आई बाढ़, 4 की मौत, 50 से ज्यादा लापता

इस देश के ऊपर से कभी नहीं उड़ता हवाई जहाज, जानें इसके पीछे की ये 5 वजहें

CBSE Class 10 Supplementary Result 2025: सीबीएसई ने जारी किया 10वीं का सप्लीमेंट्री रिजल्ट, 48.68% स्टूडेंट्स हुए पास

Mohammed Siraj का क्या है डाइट प्लान और कैसे रहते हैं फिट? इंग्लैंड दौरे पर फेंक दी 1000 से ज्यादा गेंदें

UPTAC Counselling 2025: यूपीटेक राउंड 2 सीट अलॉटमेंट लिस्ट जारी, uptac.admissions.nic.in पर ऐसे करें चेक

इस तरीके से डाइट में शामिल कर लिए ये 5 फल तो नसों से बाहर हो जाएगा बैड कोलेस्ट्रॉल, हार्ट भी रहेगा हेल्दी

Ayushman Card: इलाज की राह में रोड़ा, 'आयुष्मान भारत योजना' से किनारा काट रहे निजी अस्पताल, क्या है वजह?

जस्सी जैसा कोई नहीं, लेकिन सिराज किसी से कम भी नहीं, इंग्लैंड के खिलाफ बन गए मैच विनर

Satyapal Malik Networth: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गये, जानें कितनी नेटवर्थ के थे मालिक

B.Sc से LLB और फिर गवर्नर की कुर्सी तक, जानें सत्यपाल मलिक के पास थीं कौन-कौन सी डिग्रियां?

Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, दो गुटों के बीच गोलीबारी में 13 लोगों की मौत

Manipur Violence News: मणिपुर सरकार ने 7 महीने बाद रविवार को राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं से प्रतिबंध हटा दिया था. हाालांकि कुछ जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों में अब भी प्रतिबंध जारी रहेगा.

Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, दो गुटों के बीच गोलीबारी में 13 लोगों की मौत

Manipur Violence

डीएनए हिंदी: मणिपुर में सोमवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई. जिसमें 13 लोगों की मौत की खबर सामन आ रही है. मणिपुर सरकार ने रविवार को 7 महीने बाद राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं से प्रतिबंध हटाया था. जानकारी मिल रही है कि सोमवार दोपहर टेंगनौपाल जिले के साइपोल के पास लेटिथु गांव में दो उग्रवादी गुटों के बीच फायरिंग हुई है. घटना के बाद इलाके में सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं.

तेंगनौपाल जिले के एक अधिकारी ने कहा, ‘म्यांमार जा रहे उग्रवादियों के एक समूह पर इलाके में दबदबा रखने वाले उग्रवादियों के एक अन्य समूह पर घात लगाकर हमला कर दिया. इस दौरान अंधाधुंध गोलियां चलाई गईं. अधिकारियों ने बताया कि मौके से सुरक्षाबलों को अब तक 13 शव मिले हैं. मारे गए लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वे स्थानीय नहीं थे. तेंगनौपाल जिले की सीमा म्यांमार से लगती है.

50 हजार लोग बेघर
गौरतलब है कि मणिपुर में 3 मई 2023 से मैतई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा भड़की हुई है. दोनों तरफ से अब तक 182 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि लगभग 50 हजार लोग बेघर हो गए. मणिपुर सरकार ने रविवार को करीब 7 महीने बाद हिंसा प्रभावित जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर से प्रतिबंध हटा लिया था. सरकार ने राज्य के सबसे पुराने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) द्वारा किए गए शांति समझौते पर किए गए हस्ताक्षर के बाद यह कदम उठाया.

ये भी पढ़ें- राजस्थान में गहलोत-पायलट के झगड़े ने कांग्रेस की 20 सीटों पर बिगाड़ा खेल

यूएनएलएफ के साथ त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर के चार दिन बाद शनिवार को राज्य सरकार ने यूएनएलएफ कैडरों और उनके परिवार के सदस्‍यों के लिए स्वागत समारोह आयोजित किया. इंफाल के कांगला में समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अन्य सभी उग्रवादी संगठनों से शांति प्रक्रिया में शामिल होने का आग्रह करते हुए कहा कि वह शांति प्रक्रिया में शामिल होने के इच्छुक किसी भी संगठन के लिए सुविधा प्रदाता के रूप में काम करने के लिए तैयार हैं. यह देखते हुए कि आतंकवाद संबंधी हिंसा के कारण कई लोगों की जान चली गई है. बीरेन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन और सलाह के तहत यूएनएलएफ के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया में लगभग तीन साल लग गए.

बीरेन सिंह ने उचित सत्यापन के बिना सोशल मीडिया के माध्यम से गलत सूचना फैलाने के खिलाफ भी अपील की, क्योंकि इससे समाज में शांति भंग हो सकती है. मुख्यमंत्री ने लोगों से माफ करने और भूल जाने के अपने पहले के आह्वान को दोहराते हुए कहा, “हम लंबे समय से विभाजित होकर रह रहे हैं और विभाजन के कारण हमने कई कीमती जिंदगियां खो दी हैं. आइए, हम बलिदान देना सीखें.' उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोगों को सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम को हटाने और मणिपुर के स्वदेशी लोगों की रक्षा के लिए इनर लाइन परमिट के कार्यान्वयन की मोदी और शाह के तहत केंद्र सरकार की कार्रवाई को भी स्वीकार करना चाहिए.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement