Twitter
Advertisement

CBSE Class 10 Supplementary Result 2025: सीबीएसई ने जारी किया 10वीं का सप्लीमेंट्री रिजल्ट, 48.68% स्टूडेंट्स हुए पास

Mohammed Siraj का क्या है डाइट प्लान और कैसे रखते हैं फिट? इंग्लैंड दौरे पर फेंक दी 1000 से ज्यादा गेंदें

UPTAC Counselling 2025: यूपीटेक राउंड 2 सीट अलॉटमेंट लिस्ट जारी, uptac.admissions.nic.in पर ऐसे करें चेक

इस तरीके से डाइट में शामिल कर लिए ये 5 फल तो नसों से बाहर हो जाएगा बैड कोलेस्ट्रॉल, हार्ट भी रहेगा हेल्दी

Ayushman Card: इलाज की राह में रोड़ा, 'आयुष्मान भारत योजना' से किनारा काट रहे निजी अस्पताल, क्या है वजह?

जस्सी जैसा कोई नहीं, लेकिन सिराज किसी से कम भी नहीं, इंग्लैंड के खिलाफ बन गए मैच विनर

Satyapal Malik Networth: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गये, जानें कितनी नेटवर्थ के थे मालिक

B.Sc से LLB और फिर गवर्नर की कुर्सी तक, जानें सत्यपाल मलिक के पास थीं कौन-कौन सी डिग्रियां?

Elon Musk से सीखें कामयाबी का फॉर्मूला, जानें वो 5 आदतें जिसने बनाया Successful

Bihar SSC CGL Vacancy 2025: BSSC ने 1481 पदों पर निकाली वैकेंसी, 18 अगस्त से भरें फॉर्म

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, लंबे समय से अस्पताल में थे भर्ती

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, लंबे समय से अस्पताल में थे भर्ती

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, लंबे समय से अस्पताल में थे भर्ती

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक नहीं रहे. मलिक ने 5 अगस्त को अंतिम सांस ली. उनके ट्विटर हैंडल पर उनके निधन की सूचना दी गई. वह जम्मू-कश्मीर, बिहार, गोवा और मेघालय के राज्यपाल रहे. मलिक लंबे समय से स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे थे. उनका लंबे समय से इलाज चल रहा था.

सत्यपाल मलिक ने 7 जून को ट्विटर पर जानकारी दी थी कि वो किडनी की समस्या से जूझ रहे थे. उन्होंने लिखा था, 'मैं पिछले लगभग एक महीने के करीब से अस्पताल में भर्ती हूं और किडनी की समस्या से जूझ रहा हूं. परसों सुबह से मैं ठीक था लेकिन आज फिर से मुझे ICU में शिफ्ट करना पड़ा. मेरी हालत बहुत गंभीर होती जा रही है.'

सरकार पर सत्यपाल मलिक ने लगाए थे गंभीर आरोप

सत्यापाल मलिक ने 7 जून के अपने पोस्ट में लिखा था कि राज्यपाल रहते हुए उन्हें 150 करोड़ रुपये के रिश्वत की पेशकश की गई थी. उन्होंने लिखा कि वो अपने गुरु चौधरी चरणसिंह के रास्ते पर ईमानदारी से चलते रहे. उन्होंने लिखा था कि पद पर रहते हुए उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मांग को उठाया. महिला पहलवानों के आंदोलन में उनका साथ दिया. पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों से जुड़े मुद्दे उठाए. उन्होंने लिखा था कि इसकी जांच अब तक नहीं हुई है.

मलिक ने लिखा था, 'सरकार मुझे CBI का डर दिखाकर झूठे चार्जशीट में फंसाने के बहाने ढूंढ रही है. जिस मामले में मुझे फंसाना चाहते हैं उस टेंडर को मैंने खुद निरस्त किया था. मैंने खुद प्रधानमंत्री जी को बताया था इस मामले में करप्शन है और उन्हें बताने के बाद में मैंने खुद उस टेंडर को कैंसिल किया, मेरा तबादला होने के बाद में किसी अन्य के हस्ताक्षर से यह टेंडर हुआ. मैं सरकार को और सरकारी एजेंसियों को बताना चाहता हूं कि मैं किसान कौम से हूं, मैं न तो डरने वाला हूं ओर न ही झूकने वाला हूं. सरकार ने मुझे बदनाम करने में पुरी ताकत लगा दी, अंत में मेरा सरकार से ओर सरकारी एजेंसियों से अनुरोध है कि मेरे प्यारे देश की जनता को सच्चाई जरूर बताना कि आपको छानबीन में मेरे पास मिला क्या? हालांकि सच्चाई तो यह है कि 50 साल से अधिक लंबे राजनीतिक जीवन में बहुत बड़े-बड़े पदों पर देशसेवा करने का मौका मिलने के बाद आज़ भी मैं एक कमरे के मकान में रह रहा हूं और कर्ज में भी हूं. अगर आज मेरे पास धन दौलत होती तो मैं प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवाता.'

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement