भारत
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई है, जिसके चलते सीमा पर तनाव देखने को मिल रहा है.
डीएनए हिंदी: भारत ने जमीन से जमीन पर मार करने की क्षमता वाली परमाणु संपन्न बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 (Agni 5) का परीक्षण सफलतापूर्वक किया है. इस परीक्षण के बारे में रक्षा सूत्रों द्वारा जानकारी दी गई है. इस मिसाइल में तीन स्टेज में संचालित होने वाला सॉलिड फ्यूल इंजन लगाया गया है. अग्नि-5 पांच हजार किलोमीटर तक सटीक मार करने की क्षमता रखती है. भारत-चीन के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हिंसक झड़प के कारण बने तनाव के दौरान हुए परीक्षण को बेहद अहम माना जा रहा है. दरअसल इस मिसाइल की मारक क्षमता के दायरे में पूरा चीन आता है यानी फायर होने के कुछ ही मिनट के अंदर इससे चीन के किसी भी शहर पर परमाणु हमला किया जा सकता है.
नई तकनीकों को परखने के लिए की टेस्टिंग
जानकारी के मुताबिक. मिसाइल पर लगाई गई नई तकनीकों और उपकरणों के परीक्षण के लिए इसकी टेस्टिंग की गई थी. यह मिसाइल अब पहले से हल्की हो गई है. जरूरत पड़ने पर अग्नि-5 मिसाइल की रेंज बढ़ाने की क्षमता भी विकसित की गई है जो कि भारत के डिफेंस सिस्टम के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
India today successfully carried out the night trials of the Agni-5 nuclear-capable ballistic missile which can hit targets beyond 5,000 kms: Defence sources pic.twitter.com/AniA4Xgzdy
— ANI (@ANI) December 15, 2022
आपको बता दें कि अग्नि श्रृंखला की इस बैलिस्टिक मिसाइल को DRDO और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने साथ में विकसित किया है. दावा यह भी किया जा रहा है कि नई अग्नि मिसाइल की मारक क्षमता 5,000 से 8,000 किमी है. अग्नि-5 की ऊंचाई 17 मीटर और व्यास 2 मीटर है. मिसाइल का वजन 50 टन है जोकि 1.5 टन तक नयूक्लियर वॉरहेड ढोने में सक्षम है. अग्नि-5, 24 गुना तेज आवाज की रफ्तार के साथ मुकाबला कर सकती है.
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चीन के साथ तनाव के बीच इसे एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है, इसकी मारक क्षमता की बात करें तो यह मिसाइल बीजिंग, शंघाई, ग्वांगझाउ और हांगकांग सहित पूरे चीन को निशाना बनाने की क्षमता रखता है. ‘अग्नि-5’ सीरीज का सबसे आधुनिक और घातक हथियार माना जाता है. खास बात यह है कि इसमें परमाणु सामग्री ले जाने की इसकी क्षमता दूसरी मिसाइल प्रणालियों से काफी ज्यादा है जिसके चलते यह दुश्मन के अड्डों को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है.
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आपको बता दें कि इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल काफी कम देशों के पास ही हैं. इसमें अमेरिका, चीन. रूस, फ्रांस और उत्तर कोरिया शामिल हैं. बता दें कि भारत के पास पहले से ही 700 किमी रेंज वाली अग्नि-1, 2000 किमी रेंज वाली अग्नि-2, 2,500 किमी से 3,500 किमी रेंज वाली अग्नि-3 मिसाइलें हैं. ये सभी पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध नीति के तहत तैयार की गई थी.
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