भारत
Jammu Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सुरक्षाबलों को कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद यहां बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है. कठुआ के हीरानगर में 4 से 5 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया है. दहशतगर्दों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सेना, विशेष अभियान समहू (SOG) और केंद्रीय रिजर्व बल (CRPF) की टीमें मिलकर ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं.
जानकारी के मुताबिक, कठुआ के हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (LOC) के पास सान्याल गांव में कुछ संदिग्ध लोगों की मौजूदगी की सूचना मिली है. सूचना के आधार पर संयुक्त बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया. सुरक्षबलों के देखकर आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षाबलों द्वारा लगाए गए घेरे के अंदर 4 से 5 आतंकवादी छिपे हो सकते हैं. वहां से निकलने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है.
3 लोगों के बरामद हुए थे शव
भारत और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित इस जिले में पहले भी आतंकवादी सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर चुके हैं. 5 मार्च को कठुआ में तीन नागरिक दर्शन सिंह (40), योगेश सिंह (32) और वरुण सिंह (14) मरहून गांव में एक शादी समारोह से लौटते समय लापता हो गए थे. सेना, पुलिस, ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से व्यापक खोज के बाद 8 मार्च को एक जंगली इलाके में एक झरने के पास उनके शव बरामद किए गए.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, 'कठुआ के बानी इलाके में आतंकियों द्वारा 3 रिश्तेदारों की नृशंस हत्या अत्यंत दुखद और चिंता का विषय है. इस घटना के मद्देनजर, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन 9 मार्च को जम्मू आए और 3 जुलाई से शुरू होने वाली सुरक्षित और शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रा और जल्द ही उद्घाटन किए जाने वाले उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) के संबंध में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की.
पुंछ और राजौरी जिलों तक सीमित आतंकवादी गतिविधियां अब जम्मू के अन्य क्षेत्रों में भी फैल गई है. जिनमें कुछ साल पहले तक अपेक्षाकृत ऐसी घटनाओं से मुक्त रहे चिनाब घाटी, जिसे आतंकवाद मुक्त घोषित किया गया है और उधमपुर तथा कठुआ जैसे क्षेत्र भी शामिल हैं. यहां आतंकवादी घात लगाकर हमला करते हैं. दहशतगर्दों द्वारा ग्रेनेड और कवच-भेदी गोलियों के साथ-साथ एम4 असॉल्ट राइफलों का इस्तेमाल हो रहा है.
(With PTI inputs)
अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से जुड़ें.