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भारत
केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार ने नए साल में तोहफा दिया है. अब एलटीसी के तहत केंद्रीय कर्मचारी तेजस, वंदे भारत और हमसफर ट्रेनों से भी यात्रा कर सकेंगे.
नए साल की शुरुआत के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों की मौज आ गई है. केंद्र सरकार ने लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) के तहत यात्रा के लिए नई घोषणा की है. अब केंद्रीय कर्मचारी तेजस, वंदे भारत और हमसफर ट्रेनों में भी LTC के तहत यात्रा कर सकेंगे. यह कदम कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने उठाया है. बता दें, अभी तक केंद्रीय कर्मचारियों को एलटीसी का लाभ राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों में मिलता रहा है.
LTC के तहत तेजस, वंदे भारत और हमसफर ट्रेनों में यात्रा संभव
DoPT की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि यह कदम एक्सपेंडिचर डिपार्टमेंट की सलाह पर लिया गया है. इसमें यह निर्णय लिया गया है कि मौजूदा राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों के अलावा सरकारी कर्मचारी पात्रता के अनुसार एलटीसी के तहत तेजस एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रा कर सकेंगे. यह निर्णय मौजूदा राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों के अलावा अब सरकारी कर्मचारियों की पात्रता के अनुसार एलटीसी के तहत तेजस एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रा की अनुमति होगी. पात्र केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को एलटीसी का लाभ उठाने पर सवेतन अवकाश अलावा उनके द्वारा अन्य यात्राओं के लिए टिकट पर किया गया खर्च भी वापस मिल जाता है.
कर्मचारियों को LTC से क्या लाभ होगा?
LTC का उद्देश्य कर्मचारियों को उनके गृह नगर या भारत के अन्य हिस्सों में यात्रा करने के लिए छुट्टियों के दौरान पेड लीव और टिकट रिम्बर्समेंट की सुविधा देना है. यह सुविधा केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के अंतर्गत मिलती है. इससे कर्मचारियों को यात्रा के दौरान वित्तीय मदद मिलती है, जो उनके काम में संतुलन बनाए रखने में सहायक है.
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इन कर्मचारियों को 42 दिन की छुट्टी
केंद्र सरकार के वे कर्मचारी जो अंगदान करेंगे, उन्हें 42 दिनों की छुट्टी मिलेगी. किसी दाता से अंग निकालना एक बड़ी सर्जरी है. अस्पताल में भर्ती होने और अस्पताल से छुट्टी के बाद ठीक होने में काफी समय लगता है. सरकार ने अंगदान करने वाले कर्मचारियों को अधिकतम 42 दिनों की विशेष आकस्मिक छुट्टी (कैजुअल लीव) देने का फैसला किया है.
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