सेहत
Vitamin D Deficiency: विटामिन D का सबसे बड़ा और मुख्य स्रोत सूरज की रोशनी है, बावजूद इसके भारत में विटामिन D की कमी लोगों के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य चुनौती बन चुकी है, जानें क्या है इसके पीछे की वजह...
Why One In Five Indians Are Deficient In Vitamin D- शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए नियमित रूप से कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना जरूरी है. हालांकि यह एक बड़ा सवाल है कि क्या हम रोजाना पौष्टिकता से भरपूर आहार ले रहे हैं? ये सवाल इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि भारतीय आबादी में विटामिन D (Vitamin D Deficiency) की कमी तेजी से बढ़ रही है. हाल ही में आई एक स्टडी के मुताबिक भारत में हर 5 में से एक व्यक्ति विटामिन D की कमी से जूझ रहा है और गांव की तुलना में यह समस्या शहरी लोगों में ज्यादा देखने को मिल रही है.
बता दें कि विटामिन D का सबसे बड़ा और मुख्य स्रोत सूरज (Vitamin D Deficiency Symptoms) की रोशनी है, बावजूद इसके लोगों में यह समस्या क्यों हो रही है? आइए जानते हैं इसके बारे में...
हाल ही में ICRIER और ANVKA फाउंडेशन की एक स्टडी में पता चला है कि भारत में हर 5 में से एक व्यक्ति में विटामिन D की कमी है. स्टडी के मुताबिक यह समस्या देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग स्तर की है, पूर्वी भारत में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां लगभग 39% लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं.
स्टडी के मुताबिक बच्चे, किशोर, गर्भवती महिलाएं और बुज़ुर्ग इस कमी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक महिलाओं में विटामिन डी की कमी पुरुषों की तुलना में अधिक देखी गई और शहरी इलाकों में यह समस्या ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक गंभीर है.
सूरज की रोशनी इसका बड़ा स्रोत है फिर भी लोग विटामिन डी की कमी से परेशान हैं. इसके पीछे कई वजहें हैं, दरअसल, ज्यादातर शहरी लोग घर के अंदर ही रहते हैं. ऑफिस में घंटों स्क्रीन के सामने रहते हैं, जिसकी वजह से वे सूरज की रोशनी से दूर हो गए हैं. यही वजह है कि विटामिन D की कमी लोगों में बढ़ रही है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक विटामिन डी की कमी से सिर्फ हड्डियां ही नहीं बल्कि पूरा शरीर प्रभावित होता है. इसके कारण बच्चों में रिकेट्स और बड़ों में हड्डियों की कमजोरी जैसे कि ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियोमलेशिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं. इतना ही नहीं शरीर में इसकी कमी से मांसपेशियों की कमजोरी, थकान, मूड में उतार-चढ़ाव, एंग्जाइटी और डिप्रेशन भी होते हैं.
यहां तक कि इससे हार्ट डिजीज, डायबिटीज और कैंसर तक का जोखिम बढ़ सकता है. सीधे तौर पर कहें तो यह सिर्फ हड्डियों की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम को प्रभावित करती है और गंभीर बीमारियां पैदा करती है.
इसकी कमी को पूरा करने के लिए सबसे बड़ा तरीका यही है कि धूप में निकलें और रोजाना कम से कम दिन में 20-25 मिनट रोज धूप में रहें. अगर आपके चेहरे का रंग ज्यादा गहरा है तो आपको ज्यादा देर धूप में रहने की जरूरत है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक गर्मी में सुबह-सुबह ही धूप लेना चाहिए, क्योंकि इसके बाद धूप तेज हो जाएगी. इसके अलावा विटामिन D की कमी को दूर करने के लिए मछलियां, मशरूम, अखरोट, सीड्स आदि में डाइट में शामिल करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.)
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