एंटरटेनमेंट
नेटफ्लिक्स की Con Mum डॉक्यूमेंट्री एक शेफ ग्राहम की कहानी दिखाती है, जिसकी असली मां सालों बाद मिलती है और उसे धोखा देती है. आइए आज इस डॉक्यूमेंट्री की डीएनए टेस्ट कर इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं.
पिछले दिनों नेटफ्लिक्स पर एक ट्रू क्राइम डाक्यूमेंट्री देखने का मौका मिला--Con Mum (कॉन मम) अर्थात ठग मम्मी. इसमें एक लंदन का शेफ, ग्राहम, होता है जो बचपन से पेरेंट्स के प्यार से वंचित है. उसको बताया गया है कि उसकी माँ उसे छोड़ कर चली गयी है और अब कभी नहीं आएगी. उसका पिता एक शराबी और हिंसक व्यक्ति है जिसके साथ उसका कम्युनिकेशन ना के बराबर है. उसका एक अच्छा मित्र समूह है जहां उसकी इज्जत होती है और एक प्यार दर्शाने वाली प्रेग्नेंट पत्नी है जो चीजों को फेस वैल्यू पर लेती है, मतलब दुनियावी रूप से समझदार है.
एक दिन अचानक ग्राहम का संपर्क एक 85 वर्षीय बेहद अमीर चाइनीज महिला से होता है जो उसकी माँ होने का दावा करती है. यहाँ से शुरू होती है ग्राहम के एक्सप्लोइटेशन की अद्भुत कहानी जिसमें उसके हजारों पाउंड ठग लिए जाते हैं, और पारिवारिक जिंदगी तहस-नहस हो जाती है. अब उसका एक नवजात बेटा भी होता है.
अब तक ये लगता है की वो महिला ग्राहम की माँ होने की एक फर्जी कहानी बना कर लायी है, लेकिन DNA टेस्ट बताता है कि वो वास्तव में ग्राहम की माँ ही है. यहाँ से दर्शकों का पूरा पर्सपेक्टिव ही बदल जाता है और वो समझ नहीं पाते हैं कि इस पर कैसा रिएक्शन दिया जाये!
अंत आते-आते देखने वाले काफी बेचैन होने लगते हैं कि क्या माँ को इस रूप में भी देखा, समझा और एक्सेप्ट किया जा सकता है?
भगवान करे ऐसा कभी किसी के साथ ना हो लेकिन अगर ऐसा हो जाए तो क्या आप इस तरह के घटनाक्रम को पूरी समग्रता के साथ मानने को तैयार हो पाएंगे?
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