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49 साल पहले कल्ट क्लासिक फिल्म Sholay ने सिनेमाघरों में दस्तक दिया था. ये मूवी आज भी सबके दिलों पर राज कर रही है और इससे जुड़े किस्से भी आए दिन वायरल होते रहते हैं.
15 अगस्त 1975 को सिनेमाघरों में शोले (Sholay) फिल्म ने दस्तक दी थी. आज 49 साल बाद भी ये फिल्म लोगों के दिलों में बसी हुई है और इसे हिंदी सिनेमा की कल्ट क्लासिक कहा जाता है. आए दिन इससे जुड़े तमाम किस्से और कहानियां वायरल होते रहते हैं जिन्हें जानने के लिए लोग आज भी उत्सुक रहते हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर फिल्म के सीन की एक फोटो वायरल हो रही है. इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि सेंसर बोर्ड ने इस सीन को काट दिया था. जानें पूरा मामला क्या है.
दरअसल Old is Gold नाम के एक इंस्टा पेज पर एक फोटो शेयर की गई है. इस फोटो को शोले फिल्म के एक सीन का बताया जा रहा है. इसमें अमजद खान और सचिन पिलगांवकर नजर आ रहे हैं. इस फोटो के कैप्शन में लिखा 'क्या आप जानते हैं कि रमेश सिप्पी की शोले (1975) का ये सीन, जिसमें गब्बर सिंह (अमजदन खान) अहमद (सचिन पिलगांवकर) को मारता है, को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) ने 'अत्यधिक क्रूरता' का हवाला देते हुए काट दिया था.'
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शोले फिल्म की रिलीज से पहले सेंसर बोर्ड ने इसमें कई कट लगाए थे. शोले के इस सीन में गब्बर रहीम चाचा के बेटे अहमद को मौत के घाट उतारता है. इस फोटो को देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं. सेंसर बोर्ड की कैंची चलने के बाद इस सीन को फिर से फिल्माया गया था. आपको जानकर हैरानी होगी कि जब ठाकुर गब्बर को मारता है, उस पर भी सेंसर बोर्ड की कैंची चली थी और सीन को री-शूट किया गया था.
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अमजद खान नहीं थे पहली पसंद
गब्बर सिंह के रोल के लिए अमजद खान रमेश सिप्पी की पहली पसंद नहीं थे. गब्बर के किरदार के लिए रमेश एक्टर डैनी डेंजोंगप्पा को लेना चाहते थे. हालांकि किसी कारण से बात नहीं बन पाई तो अमजद खान को गब्बर के रोल के लिए कास्ट किया गया.
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