एजुकेशन
सुमित तिवारी | May 21, 2025, 07:58 AM IST
1.शिक्षामंत्री के गांव में ही छात्र हुए फेल
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री का पैतृक गांव पौटा है. ये गांव शिमला जिले की जुब्बल तहसील में आता है, यहां पर इस बार जब दसवीं का रिजल्ट आया तो सभी हैरान रह गए. दसवीं की रिजल्ट में गांव के सभी छात्र फेल हो गए.
2.कई वजह आई सामने
इसकी कई वजह सामने आ रही है. अब मामला सीधा शिक्षा मंत्री के गांव से जुड़ा से विपक्षी सराकार पर हमलावर हो रहे हैं. दरअसल खबर है कि गांव के स्कूल में पिछले 2 साल से मैथ का टीचर ही नहीं हैं.
3.प्रिंसिपल ने की पुष्टि
खास बात ये है कि ये क्षेत्र कोटखाई-जुब्बल विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां से शिक्षामंत्री रोहित ठाकुर लगातार तीसरी बार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. स्कूल में गणित का टीचर न होने की पुष्टि खुद प्रिंसिपल ने की है.
4.क्यों नहीं है गणित का अध्यापक
बता दें कि गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वैसे तो गणित के अध्यापक की तैनाती है, लेकिन वह पिछले दो साल से पढ़ाई के लिए अवकाश पर हैं. इसके बावजूद यहां शिक्षक की कमी को पूरा नहीं किया गया.
5.गोद लिया था स्कूल
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने जिस सरकारी स्कूल को गोद लिया था उसके नतीजे भीखराब आए हैं. इस स्कूल में भी आधे से ज्यादा छात्र 10वीं की परीक्षा में फेल हो गए हैं.