क्रिकेट
England cricketer David Lloyd allegations against Rishabh Pant: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया को मैनचेस्टर टेस्ट में भी लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है और अब इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर ने ऋषभ पंत पर एक गंभीर आरोप लगाते हुए ICC के सब्स्टीट्यूट नियमों पर जताई नाराज़गी जताई है.
England vs India 4th Test Update: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया को लगातार संघर्ष करना पड़ा. टेस्ट सीरीज के इस चौथे मैच में जहां बल्लेबाजों ने शुरुआत में निराश किया, वहीं गेंदबाजों को भी आसानी से सफलता नहीं मिली. लेकिन टीम इंडिया को न सिर्फ प्रदर्शन के मामले में परेशानियों का सामना करना पड़ा, बल्कि इस मैच के 3 दिनों में खिलाड़ी चोटिल भी हो रहे हैं. इससे टीम इंडिया पर दबाव और बढ़ गया है, जो पहले से ही कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने और सीरीज में पिछड़ने के कारण मुश्किल में थी.
पहले दिन ऋषभ पंत चोटिल हुए थे
मैनचेस्टर टेस्ट की शुरुआत टीम इंडिया के लिए चोट के डर से हुई. मैच के पहले दिन के तीसरे सेशन में स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत के पैर में चोट लग गई. क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में पंत के पैर में चोट लग गई. बाद में पता चला कि उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया है और वे 6 हफ़्तों तक मैदान से बाहर रहेंगे. चोट के बावजूद पंत ने बल्लेबाजी में वापसी की और अर्धशतक जड़ा, लेकिन इससे भारतीय टीम कमज़ोर पड़ गई.
ऋषभ पंत अगले दिन ज़िद करके मैदान पर बल्लेबाज़ी करने उतरे. इस वजह से उनकी तारीफ़ हुई और उन्हें 'योद्धा' भी कहा गया. हालाँकि, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड ने पंत पर गंभीर आरोप लगाए और उनकी चोट पर सवाल उठाए. टॉकस्पोर्ट पर एक चर्चा में लॉयड ने कहा, "मैं आज लीजेंड्स लाउंज में था और इस बात पर आम सहमति थी कि ऋषभ पंत जानबूझकर चोट का नाटक कर रहे थे. उनकी चोट उतनी गंभीर नहीं लग रही है. जब वह सीढ़ियों से नीचे उतरे, तो उन्होंने अपना अंगूठा पकड़कर चोट को बड़ा दिखाने की कोशिश की. कुछ लोगों ने तो यह भी सुझाव दिया कि पंत को 'टाइम आउट' दिया जाना चाहिए."
आईसीसी के नियमों की भी आलोचना
पंत की आलोचना करते हुए, लॉयड ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के सब्स्टीट्यूट नियमों पर भी अपनी नाराज़गी जताई. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह 'रनर्स' (घायल बल्लेबाज़ के लिए एक और रनर) की अवधारणा के ख़िलाफ़ हैं. हालाँकि, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अगर कोई खिलाड़ी गंभीर रूप से घायल हो जाता है, तो उसकी जगह 'समान' प्रतिस्थापन दिया जाना चाहिए.
लॉयड ने कहा, "मौजूदा नियमों में कई खामियां हैं. लेकिन अगर कोई खिलाड़ी सचमुच गंभीर रूप से घायल हो जाता है, तो उसे उपयुक्त प्रतिस्थापन दिया जाना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कि बल्लेबाज की जगह स्पिनर को खिलाया जाए.
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