Twitter
Advertisement

Numerology: बेहद भरोसेमंद होती हैं इन 4 तारीखों में जन्मी लड़कियां, प्यार या परिवार किसी को नहीं देती धोखा

Numerology: एक-दूसरे के 'कट्टर दुश्मन' होते हैं इन 2 मूलांक के लोग, सूर्य और शनि देव का रहता है प्रभाव

EC On Sir Issues: देश में Sir की दिशा में बड़ा कदम, चुनाव आयोग ने राज्यों को जारी किए नये दिशा निर्देश

IIT बॉम्बे में स्टूडेंट ने छत से कूदकर दी जान, कारण पता लगाने में जुटी पुलिस

Oldest Frozen Embryo Baby: विज्ञान का चमत्कार! 1994 में स्टोर किए गए भ्रूण से 30 साल बाद जन्मा दुनिया का सबसे 'बुजुर्ग नवजात' 

PM Kisan 20th Installment: पीएम किसान योजना की किस्त प्रधानमंत्री ने आज बनारस से की ट्रांसफर, पैसा आया या नहीं? 5 मिनट में चेक करें

12th फेल के लिए विक्रांत मैसी ने चार्ज की थी इतनी रकम, जानें नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले एक्टर की नेटवर्थ

कैसी होनी चाहिए Arthritis मरीजों की डाइट? जानें Uric Acid को कंट्रोल में रखने के लिए क्या खाएं, क्या नहीं

दोपहर के किन 2 घंटों के दौरान डूबने से होती है सबसे ज्यादा मौत? नदी-झरने या पूल में जाने से पहले पढ़ें ये खबर

Tatkal tickets New Rule:अब एक व्यक्ति कितने तत्काल टिकट बुक कर सकता है? जानिए रेलवे का नया नियम

मिलिये उस इंसान से जिसने लॉन्च किया IIT-JEE कॉन्सेप्ट, कोटा को बनाया शिक्षा की राजधानी

वीके बंसल ने कोटा में IIT JEE कोचिंग संस्थानों की शुरुआत की थी. उनकी पहल से ही कोटा कोचिंग कैपिटल बना था.

Latest News
मिलिये उस इंसान से जिसने लॉन्च किया IIT-JEE कॉन्सेप्ट, कोटा को बनाया शिक्षा की राजधानी

वीके बंसल. (फाइल फोटो)

कोटा भारत का कोचिंग कैपिटल कहा जाता है. कहते हैं कि इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए कोटा मक्का की तरह है. कोटा को छात्रों के बीच इतना लोकप्रिय करने का श्रेय जिस शख्स को जाता है, उनका नाम वीके बंसल है.

वीके बंसल ने साल 1991 में बंसल क्लासेज की शुरुआत की थी. उनकी मेहनत से ही कोटा कोचिंग कैपिटल बना था. उनके बाद से ही कई लोगों ने कोटा में कोचिंग की शुरुआत की. देशभर से छात्र कोटा जाकर IIT, JEE जैसी परीक्षाओं की तैयारी करने लगे.

कौन थे वीके बंसल?
वीके बंसल 26 अक्टूबर 1949 को झांसी में पैदा हुए थे. बचपन से ही वे होनहार छात्र थे. उन्होंने 12वीं के बाद अपनी आकादमिक जिंदगी में शानदार प्रदर्शन किया था. उन्हें लगातार स्कॉलरशिप मिलती रही. 

क्या थी पढ़ाई-लिखाई?
साल 1971 में, वीके बंसल ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की थी. अब इसे IIT BHU के नाम से जाना जाता है. साल 1971 में, वीके बंसल कोटा, राजस्थान चले गए  थे.

इसे भी पढ़ें- Paytm बैंक के खाते नहीं लेना चाहते दूसरे बैंक, समझिए क्या है समस्या

कैसी रही है शुरुआती जिंदगी?
वीके बंसल जब प्रोफेशनल जिंदगी में आए तो उन्होंने जेके सिंथेटिक्स में एक इंजीनियर के तौर पर काम शुरू किया था. महज दो साल बाद वीके बंसल शारीरिक रूप से कई चुनौतियों से जूझने लगे. उनकी मांसपेशियों में दर्द शुरू हो गया. वह सीढ़ी नहीं चढ़ पाते थे. 

कैसे हुई थी कोचिंग क्लासेज की शुरुआत?
जब उन्हें पता चला कि ये मस्कुलर डिस्ट्रॉफी है तो उन्होंने सही इलाज कराया. वे पेशे से इंजीनियर थे इसलिए उन्हें खाली बैठना अच्छा नहीं लग रहा था. वह खाली समय में बच्चों को यह सिखाने लगे कि कैसे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए परीक्षा की तैयारी करें.

कब हुई थी बंसल क्लासेज की शुरुआत?
उन्होंने साल 1991 में बंसल क्लासेज की शुरुआत की. शुरुआत में तो राजस्थान के पड़ोसी कस्बों और शहरों से ही छात्र पढ़ने आ रहे थे. धीरे-धीरे गुजरात के छात्र भी पढ़ने आने लगे. छात्रों को कामयाबी मिली तो बंसल का नाम फेमस होता गया.

यह भी पढ़े: इस बैंक में है खाता तो ध्यान दें, 29 फरवरी से ठप्प हो जाएगा कामकाज, RBI ने लगा दी है रोक

कैसे कोटा बना कोचिंग कैपिटल?
वीके बंसल के छात्रों ने साल 2000 में IIT-JEE में प्रथम और द्वितीय स्थान हासिल किया. देखते ही देखते कोचिंग सेंटर देशभर में लोकप्रिय हो गया. कोटा शहर, एजुकेशन हब बनता गया.

वीके बंसल की 3 मई, 2021 को मौत हो गई थी. दुनिया कोविड से जूझ रही थी और वीके बंसल ने दुनिया छोड़ दी. उन्होंने करीब 3000 करोड़ रुपये की कोचिंग इंडस्ट्री खड़ी कर दी.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement