डीएनए मनी
कुमार मंगलम बिड़ला (KM Birla) ने आदित्य बिड़ला ग्रुप के लिए 20 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है. एक समिट में बोलते हुए उन्होनें कहा कि, उनका लक्ष्य समूह को हर सेक्टर में शीर्ष स्थान पर लाना और भारत के औद्योगिक विकास में योगदान देना है.
भारत के दिग्गज उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला (KM Birla) ने आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) के भविष्य के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि समूह ने मैन्युफैक्चरिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में $20 अरब (लगभग ₹1,66,000 करोड़ रुपये) का निवेश करने की योजना बनाई है. यह निवेश समूह की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति को और मजबूत करने और उसे हर क्षेत्र में शीर्ष दो कंपनियों में शामिल करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर किया जा रहा है.
दरअसल, हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में बोलते हुए, कुमार मंगलम बिड़ला ने ग्रुप के महत्वाकांक्षी लक्ष्य साझा किए. जहां उन्होंने बताया कि सीमेंट व्यवसाय में अगले 10 सालों में क्षमता को 10 करोड़ टन से बढ़ाकर 20 करोड़ टन तक ले जाया जाएग. बिड़ला ने कहा, 'हमने पिछले 36 वर्षों में 10 करोड़ टन की क्षमता हासिल की है. अगले 5 वर्षों में इसे 15 करोड़ और अगले 10 वर्षों में 20 करोड़ टन तक ले जाने की योजना है. यह हमारा अब तक का सबसे बड़ा विस्तार होगा.'
हर सेक्टर में नंबर 1 या 2 बनने का लक्ष्य
बिड़ला ने कहा कि समूह का हर व्यवसाय लंबे समय तक टिकाऊ और प्रतिस्पर्धात्मक बने, इसके लिए पैमाना सबसे महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, 'पैमाना ही सफलता की कुंजी है. आज की दुनिया में टिके रहने के लिए या तो आपके पास बड़ा स्केल होना चाहिए या बहुत ही अनूठा उत्पाद. हम हर उस सेक्टर में शीर्ष स्थान पर रहना चाहते हैं, जिसमें हम काम कर रहे हैं.' आदित्य बिड़ला ग्रुप पहले से ही मेटल्स, सीमेंट, फाइनेंशियल सर्विसेज और टेलीकॉम जैसे क्षेत्रों में अग्रणी है. इस निवेश से समूह की वैश्विक पकड़ और मजबूत होगी.उन्होंने हिंदाल्को द्वारा नोवेलिस का अधिग्रहण जैसे बड़े फैसलों का जिक्र करते हुए बताया कि ग्रुप ने हमेशा लंबी अवधि की सोच के साथ जोखिम भरे और महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
भारत के औद्योगिक विकास में योगदान
बिड़ला ने कहा कि यह निवेश भारत की आर्थिक प्रगति में भी बड़ा योगदान देगा. 'यह न केवल भारत में रोजगार के अवसर पैदा करेगा बल्कि औद्योगिक उत्पादन और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा देगा.'
एक प्रेरणादायक यात्रा
1995 में 28 साल की उम्र में अपने पिता आदित्य बिड़ला के निधन के बाद समूह की जिम्मेदारी संभालने वाले बिड़ला ने चुनौतियों को अवसर में बदला. उनके नेतृत्व में आज समूह 36 देशों में फैला हुआ है और $50 बिलियन से भी ज्यादा का सलाना राजस्व अर्जित करता है. सीमेंट से लेकर फैशन रिटेल और शिक्षा तक, बिड़ला ने हर क्षेत्र में आदित्य बिड़ला ग्रुप को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. उनके इस नए विजन से न केवल समूह का भविष्य उज्ज्वल होगा, बल्कि भारत के औद्योगिक विकास को भी नई दिशा मिलेगी.
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