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Iran Nuclear Program: ईरान की संसद के अध्यक्ष मोहम्मद बाकर कलीबाफ ने कहा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में तेजी लाएगा. IAEA के कारण उनको भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
सीजफायर के एक दिन बाद ही ईरान ने अपनी ससंद में एक ऐसे बिल को मंजूरी दे दी, जिसने अमेरिका और इजरायल की टेंशन बढ़ा दी है. यह विधेयक संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के साथ सयहोग रोकने से जुड़ा हुआ है. इस बिल के पास होने से ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम में तेजी आ सकती है. इसी न्यूक्लियर कार्यक्रम को रोकने के लिए अमेरिका और इजरायल ने ईरानी परमाणु ठिकानों पर बमबारी की थी. अमेरिका किसी भी हालत में तेहरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकना चाहता है, लेकिन ऐसा करने में नाकाम नजर आ रहा है.
रायटर्स के मुताबिक, ईरान ने जिस विधेयक को मंजूरी दी है, उसमें लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) को ईरान की किसी भी न्यूक्लियर साइट पर निरीक्षण करने के लिए सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसलि की मंजूरी लेनी होगी. हालांकि, इस बिल को कानून बनने के लिए अभी गैर-निर्वाचित संरक्षक परिषद की मंजूरी की जरूरत होगी.
ईरान न्यूक्लियर प्रोग्राम में लाएगा तेजी
रायटर्स ने संसद के अध्यक्ष मोहम्मद बाकर कलीबाफ के हवाले से कहा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में तेजी लाएगा. उनका कहना है कि IAEA का कारण उनको भारी नुकसान उठाना पड़ा है. ईरान परमाणु हथियार बनाने की बात को हमेशा नकारता रहा है. लेकिन आईएईए ने फिर भी उसे अप्रसार दायित्यों का उल्लंघन करने वाला बताया. जिसकी वजह से इजरायल ने उसके परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया. इसमें उसके साइंटिस्ट और सेना के बड़े अधिकारी मारे गए.
मोहम्मद बाकर कलीबाफ ने कहा कि हैरानी की बात तो यह है कि IAEA ने इजरायल के इस हमले की निंदा भी नहीं की. इससे उसकी मंशा जाहिर हो गई कि वह भी ईरान के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि ईरान का परमाणु ऊर्जा संगठन, न्यूक्लियर फैसिलिटी की सुरक्षा की गारंटी मिलने तक IAEA के साथ अपने सहयोग को रोक देगा और शांतिपूर्ण तरीके से अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाएगा.
Donald Trump ने फिर दी चेतावनी
हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर ईरान अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम फिर से शुरू करेगा तो फिर हमला किया जाएगा. ट्रंप बुधवार को नीदलैंड के हेग में नाटो समिट में मीडिया से बात कर रहे थे. ट्रंप ने कहा कि 22 जून को अमेरिकी सैनिकों ने B2 बॉम्बर के जरिए ईरान की फोर्डो न्यूक्लियर साइट को तबाह कर दिया. लेकिन अमेरिकी मीडिया ही इसका खंडन कर रही है. CNN और न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अमेरिका के हमलों में ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है.
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