Twitter
Advertisement

IND vs ENG 5TH Test Day 4 Highlights: बारिश के कारण दिन का खेल खत्म, मुश्किल में इंग्लैंड; जीत के लिए चाहिए 35 रन

Rashifal 04 August 2025: कर्क और धनु वाले सेहत का रखें खास ध्यान, जानें आज मेष से मीन तक की राशियों का भाग्यफल

UP News: ड्रोन से डर फैलाने वालों पर योगी सरकार का वार, NSA और गैंगस्टर एक्ट में होगी कार्रवाई

Joe Root Century: ब्रूक के बाद जो रूट का शतक, दांव पर लगा सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड; संगकारा को भी पछाड़ा

जब टीचर ने पूछा, फोन क्यों नहीं देखना चाहिए? बच्चों ने दिए ऐसे जवाब, सुनकर हैरान रह जाएंगे आप! Video Viral

IND vs ENG: कैच पकड़ने के बाद कैसे मिला हैरी ब्रूक को छक्का? सिराज की एक गलती से हारेगी टीम इंडिया, मांगनी पड़ी माफी

दुनिया के इन 5 देशों के पास है सबसे ज्यादा UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स! जानें कहां है भारत

कौन हैं Karishma Kotak? जिन्हें WCL के मालिक ने लाइव टीवी पर किया प्रपोज, बला की खूबसूरत हैं एंकर

एक्ट्रेस संगीता बिजलानी ने TIGP 2025 ब्यूटी क्वीन्स को पहनाया ताज, जानें टीन से लेकर मिस और मिसेज इंडिया का ताज किसके सिर सजा? 

दो EPIC नंबर वाले वोटर आईडी को लेकर बुरे फंसे तेजस्वी यादव, चुनाव आयोग ने भेज दिया नोटिस

Covid in China: चीन में फिर फैल रहा है कोरोना, वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत के लिए है आपदा में अवसर

China में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगाया गया है जिस पर वहां की जनता अपनी ही सरकार के खिलाफ भड़क गई है.

Latest News
Covid in China: चीन में फिर फैल रहा है कोरोना, वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत के लिए है आपदा में अवसर

डीएनए हिंदी: चीन में पिछले चार दिनों से लगातार 30,000 से ज्यादा वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Covid-19) के केस रिपोर्ट हो रहे हैं. चीन कोविड नियंत्रण और इकॉनमी के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहा है. चीन की जीरो कोविड नीति के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन की खबरें भी लगातार आ रही हैं. यूक्रेन और रुस की लड़ाई के कारण पहले से ही दुनिया आर्थिक मंदी के कगार पर खड़ी है. ऐसे में चीन की इकॉनमी में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ तो पूरी दुनिया के लिए हालात और मुश्किल होते जाएगें.  

चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत है. चीन की GDP 18 हजार बिलियन डॉलर की है. दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी अमेरिका भी मंहगाई से जूझ रही है. चीन एक तरह से पूरी दुनिया के लिए मैनूफैक्चिरिंग हब बन चुका है. ग्लोबल सप्लाई चेन बहुत हद तक चीन पर निर्भर है. ऐसे में अगर चीन में इकॉनमी थमती है तो पूरी दुनिया पर इसका असर देखा जाएगा. जिस मंदी की आशंका की जा रही है, उसका असर और पहले दिखाई देना शुरु हो जाएगा.  

China में शी जिनपिंग का हुआ विरोध तो सोशल मीडिया के स्पैम और पोर्न कंटेंट में आया उछाल

खराब है वैश्विक अनुमान

जुलाई 2022 में जारी नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार अगले 12 महीने में अमेरिका, यूरोपीयिन यूनियन, कनाडा समेत दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मंदी की चपेट में आने की आशंका जताई गई थी. रिपोर्ट में बताया गया था कि चीन और भारत मंदी की मार से अछूते रहेगें. हालांकि इन देशों की विकास दर के भी धीमी रहने का अनुमान लगाया गया था. रिपोर्ट में ये आशंका जताई गई थी लेकिन चीन में कड़े कोविड प्रतिबंध के कारण स्थितियां खराब हो सकती हैं.  

चीन भारत का दूसरे बड़ा ट्रेड पार्टनर  

पिछले साल भारत का चीन से कारोबार 115 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो चुका है. इसमें भारत का चीन से आयात 94 बिलियन डॉलर का था. इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रिक  और फर्टिलाईजर के अलाव भारत अपने बहुत से फार्मा क्षेत्र में अपने आयात के लिए चीन पर निर्भर हैं.  

भारत के लिए चुनौतियां और अवसर 

ग्लोबाईलाईजेशन के कारण पूरी दुनिया का व्यापार एक दूसरे पर निर्भर है. चीन में व्यापार थमने के कारण भारत के लिए भी चुनौतियां बढेंगी. वरिष्ठ अर्थशास्त्री बृंदा जागीरदार कहती हैं कि, “भारत अपने फार्मा और कई अन्य क्षेत्रों में कच्चे माल के लिए चीन से आयात पर निर्भर हैं. ऐसे में भारत का व्यापार भी इससे अछूता नहीं रह सकता है."

खास नीति पर काम कर रहा विश्व

पूरी दुनिया कोविड के बाद चीन+1  की नीति पर काम कर रही है. कोविड के बाद पूरी दुनिया को एहसास हुआ कि अपने व्यापार के लिए किसी भी एक देश पर निर्भर रहने में बहुत खतरा है. इसी कारण से दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों ने चीन से बाहर अपने फैक्टरियां लगाने की ओर कदम बढ़ाया है. इसके कारण वियतनाम,फिलीपींस, बांग्लादेश और भारत को फायदा हुआ है.  

इमारत में आग, सड़कों पर प्रदर्शन... जिनपिंग की जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ सुलग उठा चीन

अर्थशास्त्री बृंदा जागीरदार का मानना है कि चीन+1 की नीति का भारत को फायदा हुआ है लेकिन अभी वो ये बहुत बड़े स्तर पर नहीं हो रहा है. भारत की स्थिति पूरी दुनिया के मुकाबले बेहतर स्थिति में हैं. IMF जैसी कई वित्तीय संस्थाओं का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024 में भी भारत को सबसे तेज बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रहेगी लेकिन भारत को अपनी बढ़ती आबादी के लिए 8 प्रतिशत से ज्यादा रफ्तार से बढ़ना होगा.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement