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Air India Plane Crash: एअर इंडिया के अहमदाबाद में क्रैश हुए विमान में सवार 230 में से 229 यात्रियों के साथ ही 12 क्रू मेंबर की भी मौत हुई है. इनमें 22 साल की नंथोई शर्मा और 24 साल की लालनुनथियेम सिंगसन भी थीं, जो मणिपुर में एक-दूसरे के खून के प्यासे हो रहे मैतेई और कुकी समुदायों से आती थीं. दोनों की
Air India Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान के क्रैश होने से हुआ हादसे ने दर्जनों परिवारों के घरों में दुख की लहर दौड़ा दी है. इस विमान में सवार 230 यात्रियों में से 229 की मौत हो गई है, जबकि सभी 12 क्रू मेंबर्स भी हादसे का शिकार हो गए हैं. इन क्रू मेंबर्स में दो ऐसी युवतियां भी थीं, जिनके समुदाय आपस में खून के प्यासे हैं. मैतेई और कुकी समुदायों से आने वाली इन दोनों युवतियों की दोस्ती को मणिपुर में हिंसा का तांडव मचा रहे दंगाइयों के लिए सबक जैसा कहा जा सकता है. इन दोनों युवतियों ने अपने समुदायों से उलट आपस में छोटी-बड़ी बहन जैसा नाता रखा और आखिरी सांस में भी उनका यह आपसी प्यार कायम था.
पहली बार लंबी दूरी के सफर पर तैनात हुई थीं नंथोई शर्मा
मैतेई समुदाय से ताल्लुक रखने वाली 20 साल की कोंगब्रेलाटपम नंथोई शर्मा (Kongbrailatpam Nganthoi Sharma) की पहचान एअर इंडिया स्टाफ के बीच बेहद चंचल और हंसमुख लड़की की थी. मणिपुर के थोबाल जिले की नंथोई ने अप्रैल, 2023 में एअर इंडिया जॉइन की थी. तीन बहनों में दूसरे नंबर की नंथोई को एअर इंडिया ने इंफाल में कैंपस रिक्रूटमेंट के दौरान सलेक्ट किया था. उसका सपना बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में सवार होकर लंबी दूरी की फ्लाइट में केबिन क्रू के तौर पर काम करना था. गुरुवार (12 जून) को उनका सपना पहली बार पूरा होने जा रहा था, जिसकी खुशी वर्दी पहनने के बाद भी उनके चेहरे से नहीं छिप रही थी.
पहली ही उड़ान में मिला अपनी दोस्त का साथ
नंथोई के लिए अपनी यह पहली लंबी उड़ान इस कारण और खास हो गई थी, क्योंकि इसमें उसे अपनी दोस्त का साथ मिल रहा था. उड़ान में उसके साथ क्रू मेंबर के तौर पर 27 साल की लालनुनथियेम सिंगसन मौजूद थी, जिसे नंथोई अपनी बड़ी बहन की तरह मानती थी. सिंगसन कुकी समुदाय से थीं, लेकिन इंफाल में ही पली-बढ़ी थीं. इस कारण उन्हें मैतेई भाषा आती थी और वे नंथोई के साथ उसकी ही भाषा में खूब बात करती थी. इससे नंथोई को उसकी मौजूदगी से घर जैसा अहसास मिलता था. मणिपुर में भड़की जातीय हिंसा के बाद सिंगसन का परिवार कांगुई के राहत शिविर में शरण लिए हुए था, लेकिन इस संघर्ष का असर नंथोई और सिंगसन की मित्रता पर कभी नहीं पड़ा. इसी साल एअर इंडिया से जुड़ीं सिंगसन को पिता के निधन के बाद मां ने पाला था. वह दो भाइयों की अकेली बहन थीं.
यात्रियों को चढ़ाने के दौरान आपस में चुहलबाजी
नंथोई और सिंगसन की दोस्ती कितनी खास थी, इसका अंदाजा उनके आखिरी वीडियो में मिल जाता है. यह वीडियो अहमदाबाद में हादसे का शिकार हुई फ्लाइट में यात्रियों के चढ़ने से पहले का है, जिसे दोनों ने अपने मोबाइल से बनाया था. वीडियो बनाने के दौरान दोनों की अचानक आमने-सामने टक्कर हो गई. दोनों ने हंसते हुए मैतेई भाषा में एक-दूसरे की चुटकी ली और फिर मोबाइल स्क्रीन पर ध्यान लगा लिया। उन्हें तब यह नहीं पता था कि यह वीडियो उनकी आखिरी याद बन जाएगी.
कॉकपिट में मणिपुर के दंगाइयों के लिए थीं मिसाल
विमान दुर्घटना के बाद मणिपुर के पहाड़ और मैदानी इलाकों दोनों में मातम पसरा हुआ है. राज्य में जातीय संघर्ष और सांप्रदायिक तनाव के बावजूद कार्यस्थलों पर मैतेई और कुकी समुदाय के लोगों के बीच कभी भी दुश्मनी या रंजिश देखने को नहीं मिली है. इसका उदाहरण सिंगसन और नंथोई भी थीं, जो एअर इंडिया में कॉकपिट क्रू के तौर पर एकसाथ मिलकर यात्रियों की सेवा करती थीं. पिछले दो सालों में यह पहली बार हुआ है कि कुकी और मैतेई समुदाय के लोग एकसाथ दोनों समुदायों की मणिपुरी बेटियों के लिए शोक जता रहे हैं. नंथोई और सिंगसन अपने छोटे से करियर में जो मैत्री और सौहार्द का संदेश छोड़ गईं, वह शायद मणिपुर के पहाड़ और मैदानी इलाकों के बीच एक नया सेतु बन जाए.
Inputs- सोमित सेनगुप्ता (मणिपुर)
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