Yashasvi Jaiswal Century: ओवल में यशस्वी जायसवाल ने लगाया शतक, इन रिकॉर्ड्स को किया अपने नाम
August Grah Gochar 2025: अगस्त आते ही चमक जाएगी इन 4 राशियों के लोगों की किस्मत, कदम चूमेगी सफलता
परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा जल्द देने वाले हैं 'गुड न्यूज', कपिल के शो में कर दिया खुलासा!
Lionel Messi करेंगे 14 साल बाद भारत का दौरा, विराट-रोहित साथ खेलेंगे मैच; इतनी होगी टिकट की कीमत
जब भारत ने अमेरिकी ताकत को दी चुनौती, इतिहास की ये घटनाएं हैं गवाही
Diabetes Upay: डायबिटीज के मरीज मानसून में कैसे रखें शुगर कंट्रोल? जानिए बेस्ट आयुर्वेदिक उपाय
राज्य
ज्ञानवापी मस्जिद में मंदिर होने का दावा अभी सुलझा नहीं है कि बदायूं की जामा मस्जिद को लेकर दावे सामने आ गए हैं. अब इसे लेकर दायर की गई याचिका पर कोर्ट 15 सितंबर को सुनवाई करेगा
डीएनए हिंदी: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के बाद अब बदायूं की जामा मस्जिद को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कुछ समय पहले ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग होने का दावा किया गया था. इस पर अभी कोर्ट में केस चल ही रहा है. अब नई याचिका दी गई है बदायूं के मौलवी टोला स्थित जामा मस्जिद की. इसमें नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा किया गया है. अखिल भारतीय हिंदू महासभा की तरफ से कहा जा रहा है कि यहां पहले नीलकंठ महादेव मंदिर था, जिसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई है. जानते हैं क्या है ये पूरा मामला और इसमें क्या होगा आगे-
जामा मस्जिद में नीलकंठ मंदिर होने का दावा
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के बाद अब बदायूं की जामा मस्जिद में नीलकंठ मंदिर होने का दावा करने के बाद सर्वे करवाने के लिए याचिका भी दायर की गई है. ये याचिका दायर की है अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक मुकेश पटेल ने. याचिकाकर्ता मुकेश पटेल का कहना है कि बदायूं की मौजूदा जामा मस्जिद परिसर हिंदू राजा महिपाल का किला था. 1175 में पाल वंशीय राजपूत राजा अजयपाल ने मंदिर की मरम्मत कराई थी. बाद में मुगल शासकों के समय नीलकंठ महादेव मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनवाई गई थी.
ये भी पढ़ें- जबरन उड़ान विवाद: निशिकांत दुबे की शिकायत पर देवघर DC के खिलाफ देशद्रोह की धारा में FIR
15 सितंबर को होगी सुनवाई
मुकेश पटेल ने सिविल कोर्ट में इस मुद्दे को लेकर याचिका दायर की है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. कोर्ट ने मामले में जामा मस्जिद इंतजामिया समिति, सुन्नी वक्फ बोर्ड, पुरातत्व विभाग, केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, बदायूं जिला मजिस्ट्रेट और यूपी के प्रमुख सचिव को अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है. इस मामले की अगली सुनवाई 15 सितंबर को होगी.
ये भी पढ़ें- खुल गया Sonali Phogat की हत्या का राज! सुधीर सांगवान ने कबूली साजिश की बात
देश की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक
बदायूं के मौलवी टोला इलाक़े में स्थित यह जामा मस्जिद देश की ना सिर्फ सबसे पुरानी बल्कि सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है. इस मस्जिद में एक समय में 23 हज़ार से अधिक लोग एकसाथ जमा हो सकते हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.