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Land For Job Case: प्रवर्तन निदेशालय रेलवे में कथित 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाले मामले में लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों की भूमिका की जांच कर रही है. सीबीआई भी इस मामले की जांच कर रही है.
लैंड फॉर जॉब के मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. ईडी ने बुधवार को अपने दफ्तर बुलाकर करीब 4 घंटे पूछताछ की. इस दौरान लालू के साथ उनकी बेटी मीसा भारती भी पहुंची थीं. इससे पहले एजेंसी ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे तेज प्रताप यादव से करीब पांच घंटे पूछताछ की थी. तेजस्वी यादव ने कहा कि ईडी की जांच में हम पूरा सहयोग कर रहे हैं. लेकिन जब-जब चुनाव नजदीक होते हैं जांच एजेंसी नोटिस देकर बार-बार बुलाने लग जाती हैं.
प्रवर्तन निदेशालय रेलवे में कथित 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाले मामले में लालू यादव और उनके सदस्यों की भूमिका की जांच कर रही है. आरजेडी नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पूछताछ कोई नया प्रयोग नहीं है. ईडी ने जिन मामलों को लेकर तलब किया है, उन मामलों को सीबीआई ने 2004 से 2014 के बीच जांच के दौरान बंद कर दिया था. यह मामला जांच के योग्य नहीं है.
उन्होंने कहा, 'सत्ता बदलते ही मामले को Reopen किया जाता है और समन भेजा जाता है. जब-जब चुनाव आते हैं समन आता है. यह चुनावी समन है. संवैधानिक संस्थाएं देश के सत्ता प्रतिष्ठान के रूप में काम करें तो साख तो मिटेंगी ही, यह लाजमी है.'
लालू यादव से चाय-कॉफी पूछने के बाद ईडी के सवालों का सिलसिला शुरू हुआ. इनमें पुराने और नए सवाल पूछे गए. इनमें कुछ ऐसे सवाल थे जो लालू यादव से पहले भी पूछे जा सकते हैं. बताया जा रहा है कि लालू के सामने नए सवालों के साथ पुराने इसलिए पूछे गए ताकि बाद में जवाब का मिलान किया जा सके. पिछले सवालों के अगर मिलान में कुछ गड़बड़ी लगेगी तो वह जांच की जाएगी.
बता दें कि लालू एंड परिवार पर मध्य रेलवे मुंबई में ग्रुप डी के पदों पर नियमों की अनदेखी करते हुए कई लोगों को नौकरी देने का आरोप है. इन लोगों ने नौकरी के बदले लालू परिवार और उनके करीबियों के नाम पर अपनी बेशकीमती जमीनें बहुत ही कम दामों पर लिखवाई गई थीं. CBI इस केस के आपराधिक पहलू की जांच कर रही है. वहीं, ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से इसकी जांच में जुटी है.